देश राजधानी दिल्ली की हवा की इतनी प्रदूषित हो चुकी है कि सांस लेना भी मुश्किल साबित हो गया. हालात यह हैं कि प्रदूषण को नियंत्रित करने लिए सरकार को ग्रैप-4 लागू करना पड़ा है. वहीं दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में वायु प्रदूषण से हालात बेकाबू है.

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सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली से सटे गाजियाबाद का AQI 819 दर्ज  किया गया  है. गाजियाबाद के लोनी में 890 एक्यूआई, मोहन नगर में 742 एक्यूआई, वसुंधरा में 722 एक्यूआई और इंदिरापुरम में 694 एक्यूआई सहित कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर खतरनाक श्रेणी में है.

नोएडा में खतरनाक श्रेणी में पहुंचा एक्यूआई

वहीं  बात करें नोएडा कि तो सोमवार 15 दिसंबर को नोएडा का एक्यूआई 722 दर्ज किया गया है जो खतरनाक श्रेणी में आता है. कमोबेश नोएडा के तमाम इलाको में स्थिति एक जैसी बनी हुई है. नोएडा सेक्टर-125 का एक्यूआई 569, नोएडा सेक्टर 107 का एक्यूआई 619, नोएडा सेक्टर 21 का 659 एक्यूआई, नोएडा सेक्टर 62 का एक्यूआई 690, इसी तरह नोएडा सेक्टर-1 का एक्यूआई 692 दर्ज किया गया.

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ग्रेटर नोएडा के कई इलाकों का एक्यूआई 700 के पार

इसी तरह ग्रेटर नोएडा में भी वायु प्रदूषण गंभीर समस्या बना हुआ है, ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई सोमवार 725 दर्ज किया गया है. ग्रेटर नोएडा के ब्लॉक बी- 762 एक्यूआई, गौर सिटी 2 में 728 एक्यूआई, नॉलेज पार्क-5 में 663 एक्यूआई दर्ज किया गया है, जो खतरनाक श्रेणी आता है. हालांकि वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है

लखनऊ में वायु प्रदूषण से बिगड़े हालात

वहीं बात करें उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की तो 15 दिसंबर को लखनऊ में 382 एक्यूआई दर्ज किया गया है, जो खतरनाक श्रेणी में दर्ज किया गया है. लखनऊ के बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी में एक्यूआई 340, चारबाग में एक्यूआई 392, गोमती नगर एक्यूआई 340, इंदिरा नगर में एक्यूआई 314, टालकटोरा में एक्यूआई 338 दर्ज किया गया है. वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सरकार लगातार आवश्यक कदम उठा रही है.

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