Union Budget 2024: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पूर्ण बजट संसद में पेश किया. बजट में समाज के विभिन्न तबकों के हितों का विशेष ध्यान रखा गया है. खासकर युवाओं, महिलाओं और कृषि क्षेत्र का विशेष ध्यान रखा है. हालांकि समाजवादी पार्टी ने इस बजट की आलोचना की है. उन्होंने इस बजट को निराशाजनक बजट बताया है.
डिंपल यादव ने कहा कि मैं समझती हूं कि जब दस वर्ष गुजर गए हैं और इस देश की जनता को कहीं कुछ हासिल नहीं हुआ है. केवल कुछ लोगों को ही मिला है. यह बजट भी निराशाजनक बजट है. इस बजट में महिलाओं के लिए कोई बात की ही नहीं गई. ना महिलाओं की पेंशन देने की बात कही गई, ना उनकी स्वास्थ्य और ना उनकी सुरक्षा की बात कही गई.
पुराने ऐलानों के भरोसे रह गया यूपी! वित्त मंत्री के बजट भाषण में राज्य के लिए नया कुछ भी नहीं?
यूपी को खाली छोड़ दिया- डिंपल यादवउन्होंने बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए बड़े ऐलानों पर कहा कि क्योंकि सरकार पूर्ण बहुमत में नहीं हैं. यह सरकार बिहार और आंध्र प्रदेश के अधीन है. उत्तर प्रदेश ने लगातार इस सरकार को मजबूत बनाया है. इस बार भी उनके 32 या 33 सांसद हैं. इस बार भी उत्तर प्रदेश को रिक्त छोड़ दिया गया है. इतने बड़े प्रदेश को कुछ नहीं मिला है.
वहीं रामगोपाल यादव ने कहा, 'यह बहुत ही निराशाजनक बजट है. वित्त मंत्री जी ने डेढ़ घंटे के भाषण में उत्तर प्रदेश जैसे राज्य को देना तो छोड़िए, नाम तक नहीं लिया है. ग्रामीण क्षेत्र को पूरी तरह से नजर अंदाज किया गया है. कृषि के क्षेत्र में ना के बराबर पैसा दिया गया है. स्वास्थ्य के मामले में जो बजट का पांच फीसदी होना चाहिए था वो दो फीसदी भी नहीं हुआ.'
वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बीएसपी चीफ मायावती ने एक सुर में इस बजट की आलोचना की है. हालांकि हर तरफ बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए बजट में किए गए बजट ऐलानों की चर्चा हो रही है.