Umesh Pal Murder : बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के एकमात्र चश्मदीद गवाह उमेश पाल और उनके गनर का पोस्टमार्टम कुछ ही देर में शुरू होने वाला है. विधायक राजू पाल की 25 जनवरी 2005 को हत्या कर दी गई थी. उस हत्याकांड में अतीक अहमद का नाम आया था. भय से उस हत्याकांड के सारे प्रत्यक्षदर्शी गवाह मुकर गए थे. वैसे में एक उमेश पाल ही एकमात्र गवाह बचे थे और वह शुक्रवार को एक मामले की सुनवाई में शामिल होकर लौट रहे थे.

शाम 4.41 बजे सुलेमसराय में उमेश पाल पर हुआ था हमला 

उमेश पाल शाम 4 बजे जिला न्यायालय से कार से घर के लिए रवाना हुए थे. करीब 41 मिनट के बाद सुलेमसराय में कार कार रुकी. कार के रुकते ही बदमाशों ने उन पर बम और गोलियां चलानी शुरू कर दीं. तीन- चार मिनट बाद ही घायल उमेश और उनके दोनों गनर को मुंडेरा के अस्पताल में ले जाया गया. जब स्थिति नहीं संभली तो करीब 1 घंटे बाद 5 बजकर 44 मिनट पर उमेश पाल और उनके सुरक्षाकर्मियों को एसआरएन ट्रामा सेंटर लाया गया.

पुलिस आयुक्त ने शाम 7 बजे दी थी उमेश पाल की मौत की जानकारी 

खबर मिलने के पांच मिनट बाद ही अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आकाश कुलहरी अस्पताल पहुंचे. इस बीच स्थिति गंभीर देख उमेश पाल  को ट्रामा सेंटर के आईसीयू में शिफ्ट किया गया. करीब 6:30 बजे पुलिस आयुक्त और डीएम भी आईसीयू पहुंचे और उमेश पाल की हालत के बारे में जानकारी ली. शाम 7 बजे पुलिस आयुक्त ने उमेश पाल के मृत घोषित किए जाने की जानकारी दी. 10 मिनट बाद उमेश पाल के शव को आईसीयू से निकालकर पोस्टमार्टम हाउस ले जाएगा. इसके बाद पुलिस छापेमारी में जुट गई. रात 8:30 बजे एसटीएफ ने छापेमारी कर अतीक अहमद के बेटों को उठाया. रात 10:30 बजे डॉक्टरों ने बताया कि गनर संदीप निषाद की भी मौत हो गई है. 

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