उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बेरोजगार संघ के हालिया प्रदर्शन ने प्रदेश की राजनीति को एक बार फिर से गरमा दिया है. इस प्रदर्शन पर नगर निगम देहरादून के मेयर सौरभ थपलियाल और भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री विपुल मंदोली ने पलटवार किया है. दोनों ने साफ शब्दों में कहा है कि युवाओं को गुमराह करने की राजनीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी. 

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देहरादून के मेयर सौरभ थपलियाल ने बेरोजगार संघ के आंदोलन पर कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है, यहां स्वतंत्रता जैसे नारे लगाना नेपाल जैसे मुद्दों को उठाना या भगवा को बदनाम करने की किसी भी कोशिश को प्रदेश का युवा कभी स्वीकार नहीं करेगा. उन्होंने चेतावनी दी कि आंदोलन करना लोकतांत्रिक अधिकार है लेकिन, उसकी आड़ में खुराफात और भड़काऊ बयान बाजी कर युवाओं को बरगलाने का काम गलत है.

बेरोजगार संघ के प्रदर्शन पर जताई नाराजगी

भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री विपुल मैंदोली ने कहा कि मंच पर मौजूद कुछ लोग युवाओं की आड़ में खुद को राजनीतिक तौर पर स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं. इस प्रदर्शन में शामिल दो नेताओं में से एक लोकसभा और दूसरा विधानसभा का चुनाव लड़ चुका है. उन्होंने कहा कि ये युवाओं के साथ अन्याय है क्योंकि उनकी ऊर्जा और गुस्से को राजनीति के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. 

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सरकार की ओर से गठित इस मामले में विशेष जांच समिति की कार्यवाही पर भरोसा जताते हुए विपुल ने कहा कि जांच पूरी तरह निष्पक्ष तरीके से चल रही है और एक महीने के भीतर पूरा सच सामने आ जाएगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कदम उठाए. नकल माफिया के खिलाफ सख्त कानून बनाया. 

सरकार उठा रही सख्त कदम

पेपर लीक जैसे संवेदनशील मामले में धामी सरकार ने समय रहते कल संदेश दिया कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. यही वजह है कि आज कई बड़े नाम कानून के शिकंजे में हैं और जांच लगातार आगे बढ़ रही है इस पूरे घटनाक्रम में युवाओं के भीतर भरोसा भी जगाया है कि सरकार उनकी समस्याओं को नजरअंदाज नहीं कर रही है. 

बीजेपी नेताओं ने साफ़ कर दिया है कि इस आंदोलन के जरिए किसी मंसूबे को सफल नहीं होने दिया जाएगा. युवाओं के हितों की रक्षा सरकार की प्राथमिकता है और आने वाले दिनों में जांच पूरी होते ही सच्चाई सामने आ जाएगी फिलहाल युवाओं को चाहिए कि वह भ्रमित ना हो और सरकार की प्रक्रिया पर भरोसा बनाए रखें. 

बता दें कि पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एसआईटी की गठन किया है. सीएम ने साफ कर दिया आरोपियों को क़तई बख्शा नहीं जाएगा. वहीं जो लोग युवाओं के कंधे पर बंदूक रखकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं उनके मंसूबे भी कामयाब नहीं हो पाएंगे. 

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