सम्भल, एबीपी गंगा। चन्दौसी न्यायालय में पेशी के बाद वापस मुरादाबाद जेल ले लाए जा रहे तीन बंदी वैन में मौजूद दो सिपाहियों की हत्या कर फरार हो गए। बंदियों ने योजनाबद्ध तरीके से सबसे पहले सिपाहियों की आंख में मिर्च पाउडर डाला, उसके बाद उन्हें अपने पास मौजूद पिस्टल और तमंचे से गोली मार दी। इससे दोनों सिपाहियों की मौके पर ही मौत हो गई। बदमाश दोनों सिपाहियों की रायफल लेकर फरार हो गए।
बिजनौर के रहने वाले थे सिपाही
आरोपियों के हमले में मारे गए दोनों सिपाहियों के नाम हैं हरेंद्र पुत्र शिवचरन सिरोही निवासी चंदपुरा कोतवाली देहात जनपद बिजनौर और ब्रजपाल निवासी तेलोन गली थाना बिजनौर हैं। इनकी तैनाती सम्भल पुलिस लाइन में थी। उनकी ड्यूटी मुरादाबाद जेल से बन्दियों को ले जाने वाली वैन में लगाई गई थी। बुधवार सुबह बंदियों की वैन में चार अन्य सिपाहियों के साथ हरेंद्र और ब्रजपाल सम्भल जिले के चन्दौसी स्थित दीवानी न्यायालय के लिए चले थे। वैन में 24 बंदी सवार थे।
ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी
पेशी के बाद शाम को वो बंदियों को लेकर मुरादाबाद लौट रहे थे। सम्भल जिले के बनियाठेर थानाक्षेत्र के देवाखेड़ा गांव के पास चलती वैन में अचानक तीन बंदियों ने सिपाहियों की आंख में मिर्च पाउडर डाल दिया और उन पर अपने पास छुपाकर रखे गए पिस्टल और तमंचे से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। बताया जाता है कि बदमाशों के तीन से चार साथियों ने बाहर से भी वैन पर फायरिंग की है। बदमाशों ने सात से आठ राउंड गोली चलाई, जिससे दोनों सिपाहियों की मौके पर ही मौत हो गई।
कई जिलों की पुलिस अलर्ट
बदायूं, अमरोहा, मुरादाबाद और बरेली जिलों की पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया है। मुरादाबाद के आईजी रमित शर्मा और बरेली जोन के एडीजी अविनाश चन्द्र भी मौके के लिए रवाना हो चुके हैं। फरार बंदियों को पकड़ने के लिए बरेली एसटीएफ को भी लगाया गया है।
फरार कैदियों पर दर्ज हैं कई मुकदमे
एसपी सम्भल यमुना प्रसाद ने बताया कि फरार कैदियों की पहचान शकील पुत्र नूर मुहम्मद, कमल पुत्र जंगबहादुर निवासी रमपुरा बहजोई और धर्मपाल पुत्र देशराज दोनों निवासी भरतपुर बहजोई के रूप में हुई है। इन पर लूट, हत्या, अपहरण और गैंगस्टर के मुकदमे दर्ज हैं। तीनों एक इंजीनियर की हत्या और उससे रंगदारी मांगने के आरोप में अक्टूबर 2014 से मुरादाबाद जेल में बंद थे।