पीलीभीत: पीलीभीत में कोरोना वायरस की चपेट कलेक्ट्रेट परिसर आ गया है. यहां जिला कलेक्ट्रेट सहित विकास भवन व डिप्टी आरएमओ सहित करीब दस कर्मचारियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद से आनन फानन में कलेक्ट्रेट परिसर को बैरीकेडिंग लगाकर सील कर दिया गया. यही नहीं पूरे परिसर में लगातार सेनेटाइजेशन का कार्य भी चल रहा है.


डीएम समेत अन्य कर्मचारियों पर संक्रमण का खतरा


आपको बता दें कि जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने अपने आवास पर सभी अधिकारियों को बुलाकर अपनी और अन्य कर्मचारियों की कोरोना जांच भी कराई है, जिसकी अभी रिपोर्ट आना बाकी है. पूरे जिले में लगातार बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर अब जिले के जिम्मेदार अधिकारियों में भी डर का माहौल देखने को मिल रहा है. फिलहाल डीएम ने कलेक्ट्रेट को सील करवा कर जिलाधिकारी आवास से ही पूरे जिले को चलाने का निर्णय लिया है.


आपको बता दें कि आधिकारी अमले की कोरोना रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है. जिला कलेक्ट्रेट के विकास भवन से लेकर जिला पंचायत के करीब 10 से अधिक कर्मचारियों में कोरोना का संक्रमण पाया गया है. यही नहीं सम्पर्क में आए आधिकारी अमले में भी कोरोना का खतरा मंडरा रहा है. फिलहाल जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट रहने की बात जरूर कर रहा है, लेकिन जिले की कमान संभाले अधिकारियों पर ही कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है.


पांच घंटे में किया जा रहा है सेनेटाइजेशन


सिटी मजिस्ट्रेट अरुण कुमार सिंह ने बताया कि उनके ही विभाग के दो कर्मचारियों की जांच में कोरोना संक्रमण पाया गया है. जिसो लेकर पूरा जिला कलेक्ट्रेट परिसर को सील करवा कर उसे सेनेटाइज करवाया गया है, और लगातार सभी कर्मचारियों की कोरोना जांच करवाकर सावधानी बरती जा रही है. साथ ही सभी बाबुओं व कर्मचारियों को छुट्टी दे दी गई है.


नगर पालिका कर्मचारी ने बताया कि जिला कलेक्ट्रेट के विकास भवन जिला पंचायत में सभी लोगों का आना जाना बंद है. यहां लोगों में कोरोना का संक्रमण मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया है. इसीलिए हमारी नगर पालिका की टीम की तरफ से हर चार पांच घंटे में लगातार सेनेटाइजेशन का काम कराया जा रहा है.


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