Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में मुस्लिम संचालकों द्वारा हिंदू देवी देवताओं के नाम पर होटलों के नाम रखने से खफा स्वामी यशवीर महाराज शुक्रवार (21 जुलाई) को डीएम कार्यालय पर धरने पर बैठ गए. इस दौरान उनके समर्थक भी मौके पर मौजूद रहे. उन्होंने अधिकारियों से मांग कि हिंदू देवी देवताओं के नाम पर मुस्लिम संचालकों द्वारा चलाए जा रहे होटलों से बोर्ड हटा दिए जाए. आपको बता दें कि कट्टर हिंदूवादी पहचान रखने वाले स्वामी यशवीर महाराज ने पिछले 20-22 दिनों से एक अभियान छेड़ रखा है. 


स्वामी यशवीर महाराज ने आरोप लगाया है कि मुजफ्फरनगर के एनएच 58 दिल्ली- देहरादून नेशनल हाईवे पर हिंदू देवी देवताओं के नाम और फोटो लगाकर मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा होटल ढाबे चलाए जा रहे हैं. जो यहां से गुजरने वाले यात्रियों को गुमराह कर रहे हैं. कावड़ यात्रा से पहले प्रशासन द्वारा इन सभी होटलों को बंद करा दिया गया था, लेकिन कावड़ यात्रा के बाद अब यह होटल दोबारा खुल गए हैं. शुक्रवार को स्वामी यशवीर महाराज जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचे और अपने समर्थकों के साथ भूख हड़ताल पर बैठ गए है.


स्वामी यशवीर महाराज ने पहले ऐलान किया था कि हाईवे पर स्थित चंडीगढ़ ढाबे से इकट्ठा होकर होटलों पर जाकर भ्रमण करेंगे और उनके बोर्ड उतरवाने का काम करेंगे. बाद में उन्होंने अपने कार्यक्रम में बदलाव करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपना अनशन शुरू कर दिया है. प्रशासन ने भी एहतियात के तौर पर चंडीगढ़ ढाबे पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है.


होटल मालिकों पर यशवीर महाराज ने लगाये गंभीर आरोप


जिलाधिकारी कार्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठे हुए स्वामी यशवीर महाराज ने बताया कि कावड़ यात्रा से पहले हमने प्रशासन को सूचना दी थी कि, मुजफ्फरनगर में हाईवे पर बड़ी संख्या में ऐसे होटल हैं जो हिंदू देवी देवताओं के नाम पर हैं. उनके संचालक मुस्लिम समाज के हैं, वहां हिंदू यात्री भ्रमित होकर भोजन करते हैं. यशवीर महाराज ने आरोप लगाया कि भोजन करने वाले ये समझते हैं कि होटल हिंदू का है जब हिंदू वहां भोजन करते हैं तो होटल के कर्मचारियों द्वारा उस भोजन में थूका भी जा सकता है. उन्होंने दावा किया कि हिंदुओं का धर्म भ्रष्ट करने के लिए यह घटनाएं होते देखी तो धर्म की रक्षा के लिए हमने मुजफ्फरनगर प्रशासन को सूचना दी थी.


बोर्ड हटाने को लेकर शुरू किया आमरण अनशन


स्वामी यशवीर महाराज ने कहा कि प्रशासन ने कावड़ यात्रा में ऐसे 60 होटल सील कर दिए थे. उन्होंने कहा कि मुसलमानों को होटल चलाने हैं तो वे अपने होटल ढाबे मुस्लिम नाम से चलाएं हमें कोई आपत्ति नहीं, खूब चलाएं लेकिन वह हिंदुओं के देवी देवताओं के नाम पर होटल चलाकर लोगों को भ्रमित कर अशुद्ध भोजन न कराएं. यशवीर महाराज ने प्रशासन से मांग की कि इन होटलों को तब तक बंद कराएं जब तक यह लोग हमारे हिंदू देवी देवताओं के नाम के बोर्ड अपने होटल से नहीं हटा लें. हम भी डीएम कार्यालय के सामने आमरण अनशन पर बैठ गए हैं जब तक यह बोर्ड नहीं हटाये जाते.


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