UP News: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. रामचरितमानस (Ramcharitmanas) प्रकरण के बाद सपा के बयान से बवाल मच गया. हिंदू धर्म को धोखा बतानेवाले स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान की चारों तरफ निंदा होने लगी. अयोध्या के साधु-संतों ने भी बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. रामजन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य बौखला गए हैं. उनको बोलने का ज्ञान नहीं है. स्वामी प्रसाद मौर्य ऊटपटांग बोलते हैं.
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि सपा नेता को लगता है कि विवादित बयान देने से वोट मिलेगा. हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि सपा नेता का बयान हिंदुओं को बांटने की साजिश है. राजू दास ने अखिलेश यादव से स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. जगतगुरु राम दिनेशाचार्य आचार्य ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे लोग भारतीय परंपरा के ताने बाने को मिटाना चाहते हैं. उन्होंने भी स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की.
हिंदू धर्म पर क्या बोल गए स्वामी प्रसाद मौर्य?
राम दिनेशाचार्य आचार्य ने मोरारी बापू की कथा में पहुंचे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक का हवाला दिया. बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू धर्म में सारी विषमताओं की वजह ब्राह्मणवाद को बताया है. स्वामी प्रसाद मौर्य के मुताबिक सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है, उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म कहकर दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को अपने धर्म के मकड़जाल में फंसाने की एक साजिश है." जगतगुरु राम दिनेशाचार्य आचार्य ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य का किसी एक जाति पर टिप्पणी करना ओछी मानसिकता को दर्शाता है. उन्होंने मांग की कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
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