UP Politics: देश के तमाम राजनीतिक पार्टियों में कई ऐसे नेता, विधायक या सांसद हैं, जिन पर गंभीर धारा में आपराधिक मामले दर्ज हैं. बावजूद इसके वो किसी पार्टी से जुड़े हुए हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने एक टिप्पणी की. इसके बाद ही उत्तर प्रदेश के विधायक और सांसदों में भय का माहौल है.
सुप्रीम कोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि, 'अगर किसी सरकारी कर्मचारी को दोषी ठहराया जाता है तो, वह जीवन भर के लिए सेवा से बाहर हो जाता है. फिर दोषी व्यक्ति संसद में कैसे लौट सकता है? कानून को तोड़ने वाले कानून बनाने का काम कैसे कर सकते हैं?'
कोर्ट की इस टिप्पणी से दागी विधायकों और सांसदों के बीच खलबली मच गई है. आइए बताते हैं कि यूपी विधानसभा में कौन सी पार्टी के कितने विधायक दागी हैं.
205 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज!एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की एक रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश विधानसभा में 205 (कुल जीते हुए विधायकों में से 51 फीसदी) विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. चुनावी हलफनामे में कुल 158 विधायकों (39%) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
2022 में एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी के 255 में से 111 (44%), समाजवादी पार्टी के 111 में से 71 (64%), आरएलडी के 8 में से 7 (88%), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 6 में से 4 (67%), निर्बल भारतीय शोषित अपनी पार्टी के 6 में से 4 (67%), अपनी पार्टी (सोने लाल) के 12 में से 3 (25%), जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के 2 (100%), कांग्रेस के 2 (100%) और बहुजन समाज पार्टी के 1 (100%) विधायकों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
205 विधायकों में से 158 ऐसे विधायक हैं जिन पर गंभीर धाराओं में आपराधिक मामले दर्ज हैं. ऐसे में अगर इन विधायकों के ऊपर कार्रवाई होती है तो यूपी विधानसभा की एक तिहाई सीटें खाली हो जाएंगी.
सबसे ज्यादा मामले बीजेपी विधायक और यूपी कैबिनेट में मंत्री नंद गोपाल नंदी, मोहन वर्मा और बाबूलाल पर 7-7 केस दर्ज हैं. इसके साथ ही अमित अग्रवाल पर 6, अनुराग सिंह पर 5 केस हैं.
सपा विधायकों पर कितने मुकदमे?ADR के अनुसार सपा की बात करें तो इसमें सबसे पहला नाम अतुल प्रधान पर 38, नसीर अहमद खान पर 30, नाहिद हसन पर 16, रविदास मेहरोत्रा पर 16 और महेंद्र नाथ यादव पर 13 केस दर्ज हैं.
सुहेलदेवल भारतीय समाज पार्टी के अब्बास अंसारी पर 5 केस, सुभासपा के बेदी राम पर 9 केस,निषाद पार्टी के अनिल त्रिपाठी पर 5 केस, कांग्रेस की आराधना मिश्रा पर 6 केस और अपना दल के विनय वर्मा पर भी 6 केस दर्ज हैं.
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