मेरठ, बलराम पांडेय: उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री पंडित सुनील भराला ने मंगलवार को प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना से लखनऊ विधानसभा में मुलाकात की और राज्य के मेडिकल कॉलेजों में कोविड-19 के चलते चिकित्सकों की कमी से अवगत कराया. इस दौरान उन्होंने मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों की कमी होने के कारण मरीजों का इलाज करने में असुविधा उत्पन्न होने की समस्या के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि इसको ध्यान में रखकर के डाक्टरों के जो रिक्त पद है, उनको पूरा किये जाने की आवश्यकता है.



जिसपर मंत्री ने कहा कि सरकार के पास यदि चिकित्सकों की कमी है, तो सेवानिवृत्त डाक्टरों या प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों को मेडिकल कॉलेजों में संविदा पर नियुक्त किया जा सकता है. इस तरह चिकित्सकों की नियुक्ति हो जाने पर दूर-दराज का श्रमिक व गरीब, असहाय लोग, जो मेडिकल कॉलेज में अपनी चिकित्सा के लिए आते है, उनको मौके पर ही सही तरीके से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो सकेगा.



इसपर भी हुई चर्चा


वहीं, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री सुनील भराला ने बताया कि शासन में सभी सरकारी कार्यालयों में 50 प्रतिशत उपस्थिति के आधार पर खेलने के आदेश मुख्य सचिव द्वारा दिए गए हैं. इस क्रम में राज्य में बंद पड़े होटलों, गेस्ट हाउसों को भी खोलने की अनुमति दिया जाना आवश्यक है, क्योंकि कार्यालय खोलने पर कर्मचारी/अधिकारी राजनैतिक क्षेत्र के नेताओं का आगमन होगा. उनको रहने के लिए व्यवस्था हो सके, इस पर भी ध्यान आकर्षित कराया गया. समस्त विषयों को ध्यान से सुनने के उपरान्त सुरेश खन्ना द्वारा आश्वासन दिया गया कि कोविड-19 के चलते चिकित्सकों की कमियों को पूरा करने के और भी प्रयास किए जाएंगे और समस्त प्रकरणों पर मुख्यमंत्री से वार्ता कर समुचित निर्णय तत्काल लिए जाएंगे.


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