Kanpur News: कानपुर में आवारा जानवरों का आतंक बढ़ता जा रहा है. सांड, गाय और कुत्तों की वजह से लोगों का बाहर निकलना दूभर हो गया है. सड़कों पर आवारा जानवरों की भिड़ंत आए दिन का नजारा बन गई है. शहर के व्यस्त रास्तों पर भी छुट्टा जानवरों में गैंगवार होता रहता है. वाहन चालकों के लिए भी आवारा जानवर मुसीबत बन गए हैं. हार्न सुनकर वाहन चालकों पर हमले की घटना सामने आ चुकी है. छुट्टा जानवरों की समस्या कैंट क्षेत्र में भी पहुंच गई है. कानपुर नगर निगम के अधिकारियों से सेना को मदद की गुहार लगानी पड़ी है.


सेना के क्षेत्र में आवारा जानवरों की धमक


कैंट्रोमेंट बोर्ड के सीईओ अनुज गोयल ने पत्र लिखकर नगर निगम से मदद मांगी है. पत्र के मुताबिक कैंट क्षेत्र में छुट्टा मवेशियों की तादाद बढ़ गई है. सैनिक परिवारों के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने पत्र में लिखा कि आवारा पशुओं से हादसे की आशंका बनी रहती है. अब जानवरों घरों के अंदर घुसने लगे हैं. सड़क पर चलना भी मुश्किल हो गया है. अनुज गोयल ने छुट्टा जानवरों से निजात दिलाने में नगर निगम को फीस भी देने की पेशकश की है.


नगर निगम को पत्र लिखकर मांगी गई मदद


उन्होंने कहा कि सड़कों पर आवारा गाय, कुत्ते और साड़ की तादाद बहुत हो गई है. नगर निगम आवारा पशुओं को पकड़ने का अभियान भी चलाते हैं. महापौर प्रमिला पांडे आवारा जानवरों पर लगाम लगाने के लिए सख्त हैं. उन्होंने कहा कि सड़कों पर गाय, कुत्ता और साड़ को पकड़ने के लिए कैटल गाडियां लगातार निकल रही है. शहर में छुट्टे मवेशियों की समस्या का पता चलने पर लोगों को टीम लगाकर राहत दी जाएगी. बता दें कि चुनाव में आवारा मवेशियों का मुद्दा उठा था. पशुपालक जानवरों को खाने के लिए सड़क पर छुट्टा छोड़ देते हैं. 


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