UP News: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव की मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी सामने आने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने बड़ी पहल की है. प्रदेश में कॉमन वोटर लिस्ट से चुनाव कराने की मुहिम शुरू होगी. बता दें कि लाखों मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से गायब पाए गए थे. वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने की वजह से मतदाता मताधिकार का इस्तेमाल नहीं कर सके थे. अब राज्य निर्वाचन आयोग कॉमन वोटर लिस्ट पर काम कर रहा है. फिलहाल कई राज्यों में एक ही सूची से चुनाव हो रहा है. हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड समेत कुछ अन्य राज्यों में इसी तरह से मतदाता सूची को तैयार किया गया है.


कॉमन वोटर लिस्ट से चुनाव कराने की मुहिम


सूची में मतदाता पहचान पत्र का नंबर लिखा होता है और इसके अलावा मतदाता की फोटो भी लगी होती है. ऐसे में मतदाता सूची में गड़बड़ी की आशंका काफी कम होती है और फर्जी मतदान भी नहीं के बराबर होता है. फर्जी मतदान रोकने की दिशा में कॉमन वोटर लिस्ट की अहम भूमिका है. कॉमन वोटर लिस्ट का सबसे बड़ा फायदा है कि मतदाता कई जगह अपना वोटर आईडी नहीं बनवा पाते. निर्वाचन आयोग की टीम विभिन्न राज्यों का दौरा करनेवाली है.


पायलट प्रोजेक्ट की लखनऊ से होगी शुरुआत


निजी एजेंसी की मदद से कॉमन वोटर लिस्ट में आनेवाली अड़चनों को दूर करने की प्रक्रिया का पता लगाया जाएगा. उत्तर प्रदेश में कॉमन वोटर लिस्ट से चुनाव कराने की मुहिम शुरू होगी. निकाय चुनाव की मतदाता सूची को लोकसभा चुनाव की मतदाता सूची से जोड़ने का पायलट प्रोजेक्ट लखनऊ से शुरू किया जाएगा. उत्तर प्रदेश नगर निकाय का चुनाव दो चरणों में संपन्न कराया गया है. 4 मई को पहले चरण का मतदान हुआ था. दूसरे चरण के लिए वोटिंग 11 मई को कराई गई थी. 


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