नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन के बाद चल रहे हिंसक प्रदर्शनों के कारण भारत-नेपाल सीमा पर सोनौली बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. सशस्त्र सीमा बल की 66वीं वाहिनी और स्थानीय पुलिस संयुक्त रूप से निगरानी कर रही है. नेपाल में कर्फ्यू के कारण फंसे भारतीय पर्यटकों को नेपाल पुलिस सुरक्षित भारत भेज रही है, जबकि भारतीय क्षेत्र से पर्यटकों को सीमा पर ही रोक दिया जा रहा है.
सोमवार शाम 4 बजे के बाद करीब 700 पर्यटकों को वापस लौटा दिया गया. भंसार कार्यालय बंद होने से वाहनों की आवाजाही रुक गई है, जिसके चलते सीमा पर 4 किमी लंबा जाम लग चुका है.
सोनौली बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
नेपाल में सोशल मीडिया प्रतिबंध और भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बाद भारत ने सीमा पर हाई अलर्ट जारी किया है. एसएसबी और पुलिस ने नो मैंस लैंड पर सघन जांच शुरू कर दी है.
22वीं वाहिनी एसएसबी के जवान नेपाल से आने वाले यात्रियों की बारीकी से जांच कर रहे हैं. सोनौली कस्बे में डॉग स्क्वायड टीमें बस स्टैंड, टैक्सी स्टैंड, होटल और लावारिस वाहनों की जांच में जुटी हैं. सीसीटीवी कैमरे से निगरानी के साथ-साथ पैदल पेट्रोलिंग भी की जा रही है.
- वाहन जाम: भंसार कार्यालय बंद होने से सीमा पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप है, जिससे 4 किमी लंबा जाम लग गया.
- पर्यटकों की वापसी: नेपाल में कर्फ्यू के कारण भारतीय पर्यटक फंस गए थे, जिन्हें नेपाल पुलिस भारत भेज रही है. सोमवार को 700 पर्यटकों को सीमा से वापस लौटाया गया.
- सघन जांच: परिचय पत्र और सामान की जांच के बाद ही लोगों को भारत में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है.
नेपाल में क्यों है अशांति?
दरअसल नेपाल में सोशल मीडिया बैन और सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ हजारों युवाओं ने संसद पर धावा बोल दिया, जिसके बाद हिंसक झड़पों में 19 लोगों की मौत और 250 से अधिक घायल हो गए.
नेपाल सरकार ने कई क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू कर दिया और सेना तैनात की है. बेलहिया और महेशपुर भंसार कार्यालय बंद होने से सीमा पर आवागमन प्रभावित हुआ है.
स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई
महराजगंज के पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा ने बताया कि सीमा पर पूरी सतर्कता बरती जा रही है. एसएसबी और पुलिस के जवान संयुक्त रूप से पेट्रोलिंग कर रहे हैं. सभी थानेदारों को हर हलचल पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं.
रोडवेज बस स्टैंड, प्राइवेट बस स्टैंड, टैक्सी स्टैंड, और होटलों की सघन जांच की जा रही है. संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की बारीकी से जांच के बाद ही आवागमन की अनुमति दी जा रही है.