उत्तर प्रदेश के जनपद सोनभद्र जिले में खनन के दौरान बड़ा हादसा हुआ है, जिले के ओबरा थाना क्षेत्र के बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र में यह हादसा हुआ है. बताया गया है कि बिल्ली मारकुंडी क्षेत्र के कृष्णा माइनिंग वर्क प्रो0 दिलीप केसरी व मकसूदन सिंह के खदान में हादसा हुआ है.
इस हादसे में अब तक दो मजदूरों के शव को बाहर निकाला गया है, जबकि कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. वहीं, इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है. तत्काल राहत बचाव कार्य के निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिये हैं.
दरअसल, खदान में 7 ड्रिल मशीन चल रही थी और प्रत्येक ड्रिल मशीन पर कम से कम दो व्यक्ति एक साथ काम करते हैं. हालांकि, अभी यह निश्चित नहीं है कि मलबे में कितने लोग दबे हैं.बताया गया है कि ड्रिल करने के दौरान ही खदान से मलवा दरक जाने की वजह से यह हादसा हुआ है.
हादसे की सूचना पर स्पॉट पर पहुंचे आलाधिकारी
वहीं, इस मामले की जानकारी होने के बाद जिले के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. जल्द से जल्द रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है. अंधेरा होने की वजह से रेस्क्यू शुरू करने में विलंब हो रहा है. बावजूद इसके प्रशासन के द्वारा जल्द से जल्द रेस्क्यू शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है. इस हादसे के बाद एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया है. साथ ही मिर्जापुर से भी टीम को बुलाया गया है जिससे रेस्क्यू का कार्य जल्द से जल्द किया जा सके.
हादसे में इन मजदूरों की गई जान
वहीं इस हादसे पर जान गंवाने वालों में दो मजदूर संतोष पुत्र सोभनाथ व इंद्रजीत पुत्र सोभनाथ निवासी करमसार की मौत हुई है. वहीं मलबे के नीचे अभी कुछ मजदूरों के दबे होने की आशंका है. हालांकि, इस हादसे की पीछे की वजह हेवी ब्लास्टिंग बताई जा रही है. माना जा रहा है कि हेवी ब्लास्टिंग के दौरान पत्थर दरकने की वजह से घटना हुई है. वहीं घटना स्थल पर संभावित दबे हुए लोगों के परिजनों में कोहराम मचा है.
हादसे पर क्या बोले अधिकारी?
वहीं इस घटना के बाबद जिला अधिकारी बी एन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी इस बात की जानकारी नहीं हो पाई है कि अंदर कितने लोग दबे हैं. प्राथमिकता के तौर पर मौके पर जल्द से जल्द रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जाने का प्रयास किया जा रहा है.