Sonbhadra News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में सोनभद्र गए ग्राम प्रधान, पंचायत अधिकारियों के बसों में डीजल भरवाने को लेकर के बड़े बाबू के द्वारा ग्राम पंचायत सचिव को मोबाइल पर गाली गलौज और जान से मारने की धमकी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. कल पीड़ित ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा घटना के तुरंत बाद लखनऊ के ही पीजीआई कोतवाली में पंचायती राज अधिकारी के बड़े बाबू के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई थी. आज सीडीओ ऑफिस में जिले भर के ग्राम पंचायत सचिवों और अधिकारियों ने प्रदर्शन कर तत्काल बाबू पर मुकदमा दर्ज कर बर्खास्तगी की मांग की है. 


कल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी ग्राम प्रधानों और पंचायत प्रतिनिधियों की आवश्यक बैठक बुलाई थी. सोनभद्र से भी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 30 बसे गयी थी, जिसमें की तीन बसें म्योरपुर ब्लाक से गयी हुई थी. सभी ग्राम पंचायत सचिवों को बस में ग्राम प्रधानों, बीडीसी सदस्यों, ग्राम सदस्यों और अन्य पंचायत से जुड़े लोगों को लखनऊ ले जाने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था. म्योरपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत सचिव सुरेंद्र कुमार को भी नोडल अधिकारी बनाया गया था. 


ग्राम पंचायत सचिव ने थाने में दी तहरीर


लखनऊ में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम खत्म होने के बाद सभी बसें लखनऊ से सोनभद्र के लिए रवाना हो गयीं पर म्योरपुर की तीन बसों में डीजल ना होने की वजह से बस ड्राइवरों ने बस चलाने से इंकार कर दिया गया. जिसके बाद म्योरपुर ग्राम प्रधान सचिव और नोडल अधिकारी सुरेंद्र कुमार ने पंचायती राज विभाग के बड़े बाबू सैफुउल्ला को फोन कर जानकारी दी जा रही थी कि तभी बड़े बाबू सैफुउल्ला के द्वारा ग्राम पंचायत सचिव सुरेंद्र कुमार को मोबाइल पर ही भद्दी भद्दी गालियां और जान से मारने की धमकी देने लगे, जिसके बाद ग्राम पंचायत सचिव सुरेंद्र कुमार ने बड़े बाबू सैफुउल्ला के खिलाफ लखनऊ के पीजीआई कोतवाली में लिखित तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.


पंचायती राज अधिकारी ने कही ये बात


आज सीडीओ ऑफिस में ग्राम पंचायत सचिव संघ के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार दुबे के नेतृत्व में सीडीओ आॉफिस पर प्रदर्शन कर सैफुउल्ला खान को तत्काल गैर जनपद ट्रांसफर कर उनके खिलाफ उचित धाराओं में धमकी देने और जातिसूचक शब्दों का इतेमाल करने के आरोप में मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है. पंचायती राज अधिकारी विशाल सिंह से जब इस बाबत सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हमें भी व्हाट्सएप पर एक ऑडियो मिला है, जिसकी जांच करवाई जा रही है. जांच में कोई अगर दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


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