उत्तर प्रदेश के सीतापुर में बेसिक शिक्षा अधिकारी की पिटाई का मामला इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है. इस पूरे मामले पर यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने इस प्रकरण पर दुख जताते हुए प्रधानाचार्य बृजेंद्र वर्मा का समर्थन किया और उनके खिलाफ हुई एकतरफा कार्रवाई को गलत बताया

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कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने शिक्षक बृजेंद्र वर्मा का इस तक प्रताड़ित कर दिया गया था कि वो अपना आपा खो गए. लेकिन, इस मामले में एक तरफा कार्रवाई की गई जो सही नहीं है. उन्होंने इस संबंध में बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह से भी बात की और घटना की निष्पक्ष जांच करने को कहा है. 

सीतापुर प्रकरण की जांच की माँग

आशीष पटेल ने सीतापुर पिटाई कांड पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर प्रतिक्रिया दी और लिखा कि- 'सीतापुर का शिक्षक प्रकरण बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. शिक्षक बृजेंद्र वर्मा जो कि कर्मठ,ईमानदार और नियमित विद्यालय जाने वाले शिक्षक थे. उनको इस हद तक प्रताड़ित किया गया कि उन्होंने अपना आपा खो दिया.

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मात्र 20 सेकंड की वीडियो क्लिप के आधार पर शिक्षक को एकतरफा दोषी ठहरा देना न्याय उचित नहीं है. बीएसए ऑफिस में प्रवेश करने से लेकर के अंत तक की सारी सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन के आधार पर जो भी दोषी हो उस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.

आखिर वो कौन सी परिस्थितियों उत्पन्न हुई जिससे एक शिक्षक यह कृत्य करने पर मजबूर हुआ जिसकी सच्चाई सामने आना चाहिए. इस संबंध में मेरी वार्ता बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह जी से हुई है उन्होंने आश्वस्त किया है कि घटना की निष्पक्ष जांच होगी और प्रकरण में जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी.

बीएसए की पिटाई का मामला

बता दें कि बीते मंगलवार को सीतापुर बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह के बुलाने पर प्रधानाचार्य बृजेंद्र वर्मा उनके ऑफ़िस पहुंचे थे. इस घटना का वीडियो भी सामने आया है. जिसमें थोड़ी देर बातचीत के बाद बृजेंद्र वर्मा अपनी बेल्ट उतारकर बीएसए की पिटाई करते दिख रहे हैं. 

इसके बाद दफ्तर का स्टाफ़ आता है और बृजेंद्र वर्मा को पकड़ लेता हैं. हालांकि सीसीटीवी में इससे आगे का वीडियो नहीं हैं. दावा किया जा रहा है कि इसके बाद बृजेंद्र वर्मा की स्टाफ़ के दस बारह लोगों ने मिलकर पिटाई हैं. इस मामले में बीएसए की शिकायत पर बृजेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. 

हालांकि इस विवाद में एक शिक्षिका अवंतिका गुप्ता का भी नाम सामने आया है. दावा है कि बीएसए महिला शिक्षक की अनुपस्थिति के बावजूद हाजिरी लगाने का दबाव बना रहे थे. इस महिला शिक्षक को भी निलंबित कर दिया गया है. 

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