शाहजहांपुर, एबीपी गंगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले और पीड़िता के खिलाफ जबरन वसूली के मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। बतादें कि मामले की जांच करीब दो महीने से चल रही है। ऐसे में एसआईटी ने 20 पेज का आरोप पत्र दाखिल किया। केस डायरी कुल 4,700 पृष्ठों की है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ओम वीर सिंह की अदालत में दायर आरोप पत्र के साथ ही एसआईटी ने कई सबूत भी जमा किए हैं। टीम ने बताया कि इस केस में उसने 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है। आरोप पत्र के दौरान सभी आरोपी चिन्मयानंद, छात्रा व उसके पुरुष साथी संजय सिंह, विक्रम सिंह व सचिन सेंगर शामिल थे।


एसआईटी प्रमुख नवीन अरोड़ा के अनुसार, आरोप पत्र में यह भी शामिल किया गया है कि बीजेपी नेता डीपीएस राठौर भी चिन्मयानंद से 1.25 करोड़ रुपये की जबरन वसूली के प्रयास में शामिल थे। उनके अनुसार, राठौर, शाहजहांपुर जिला कोऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन व भाजपा नेता हैं। उनके सहयोगी अजीत कुमार जबरन वसूली में शामिल एक आरोपी का संबंधी है। राठौर व कुमार पर जबरन वसूली, साक्ष्यों को गायब करने व आपराधिक धमकी देने को लेकर भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं में आरोप लगाए गए हैं। एसआईटी ने उन्हें अभी गिरफ्तार नहीं किया है, लेकिन उनके नाम को शामिल किया है।


राठौर व कुमार ने महिला व उसके दोस्त संजय से सभी साक्ष्यों (पेन ड्राइव में रखे गए) को उन्हें देने के लिए कहा, जिससे उन्हें सुरक्षित किया जा सके। एसआईटी ने 105 लोगों के बयान दर्ज किए हैं और 55 दस्तावेजों को आरोप पत्र में शामिल किया है। एसआईटी इस मामले पर 28 नवंबर को स्थिति रिपोर्ट दाखिल करेगी।