'चांद का दीदार'... इस लाइन के इर्द-गिर्द न जाने कितनी प्रेम कहानियों में रोमांटिक मोड़ आए होंगे और लाखों गीत, कहानियां और शायरियां लिखी गई होंगी. हकीकत की दुनिया में भले ही इंसान चांद पर पहुंच गया हो, लेकिन 'मुखड़ा चांद का टुकड़ा' वाली उपमा सदियों से प्रेमिकाओं की खूबसूरती के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है, और आगे भी चांद ही सुंदरता का पैमाना माना जाता रहेगा.


तमाम प्रेम कहानियों के बीच एक कहानी सचिन और सीमा हैदर की है. सचिन को सीमा हैदर चांद सी खूबसूरत दिखती है...इश्क यहां सीमा ही नहीं हदें भी पार कर गया है. तमाम रहस्यों और शक की बुनियाद पर खड़ी ये मोहब्बत की दास्तां पूरे देश में चर्चा का मुद्दा है, लेकिन सचिन को सीमा पर पूरा विश्वास है. 


सचिन-सीमा हैदर का इश्क हर रोज दरिया-ए-आग से गुजर रहा है. दरअसल सीमा हैदर सिर्फ सचिन का प्यार ही नहीं, गुलाम हैदर की शरीक-ए-हयात भी है. वो गुलाम हैदर जो पाकिस्तानी है, जिसने कभी सीमा के साथ जिंदगी बिताने का सपना देखा था. गुलाम हैदर ने भी सीमा में अपनी मोहब्बत का चांद देखा था. अब वो खुद को बेवफाई का शिकार बता रहा है. उसके दिल का दर्द पाकिस्तान की गली-गली में महसूस किया जा रहा है, लेकिन वो जो बोल रहा है, किसी जलजले से कम नहीं.


सीमा ने अपने वतन, धर्म और परिवार को ठुकराकर अपने चार बच्चों के साथ हिंदुस्तान में नई दुनिया बसा ली है. सचिन ने उसे पूरी तरह अपना लिया है. लेकिन कानून की नजर है. वो बिना वीजा के भारत आ गई है. समाज ने उसे अपना लिया है लेकिन सिस्टम के इम्तिहान से गुजरना अभी बाकी है.


उधर पाकिस्तानी पति गुलाम हैदर ने नई बात बताई है. उसका दावा है, 'सीमा एक साजिश है जो उसकी जिंदगी में आई थी...उसने सब कुछ तबाह कर दिया...'. हैरानी की बात ये है गुलाम हैदर और सीमा के बीच प्यार का अंकुर भी मोबाइल के एक मिस्ड कॉल से शुरू हुआ था. वहीं सचिन से उसकी मोहब्बत की कहानी मोबाइल पर खेले जाने वाले गेम 'पबजी' के जरिए हुई थी.




गुलाम के मुताबिक वो पहले से शादीशुदा था...सीमा को उसने ये बात बताई भी थी....तब सीमा ने उससे कहा था कि पहली बीवी से उसे कोई दिक्कत नहीं है....सीमा के कहने पर ही उसने उससे निकाह किया.....और इसके बाद ही सीमा के रंग-ढंग बदलने लगे. गुलाम का इल्जाम है कि सीमा ने उसे इतना टॉर्चर किया कि उसे अपनी पहली बीवी को तलाक देना पड़ा. कुछ दिनों के लिए मामला शांत हो गया लेकिन तूफान आने से पहले वाली शांति थी.


गुलाम की मानें तो सीमा शुरुआत में साथ गांव में रही, लेकिन बाद में सीमा की जिद की वजह से उसे कराची शिफ्ट होना पड़ा. इस बीच सीमा चार बच्चों की मां बन चुकी थी. बच्चों की बेहतर जिंदगी के लिए गुलाम दुबई नौकरी के लिए चला गया. गुलाम का दावा है कि वो सीमा को हर महीने हजारों रुपए भेजत था और उन्हीं रुपयों से सीमा 'रंगीन' जिंदगी जीती रही.


गुलाम ने बताया कि विदेश में हर पल सीमा और बच्चों के ख्यालों में ही डूबा रहता था लेकिन सीमा उसके पीठ पीछे बेवफाई की चाल चल रही थी. सीमा की दगाबाजी का खुलासा तब हुआ जब वो चार बच्चों के साथ पाकिस्तान से हिंदुस्तान अपने प्रेमी सचिन के पास पहुंच गई.


गुलाम की मानें तो सीमा के धोखे ने उसकी पूरी दुनिया को बदरंग कर दिया. सीमा तो अपने आशिक सचिन के साथ उसके घर में आराम से रह रही है. लेकिन वो अपने बच्चों के लिए तड़प रहा है. सीमा जिस सचिन को अपना हीरो बताती है, गुलाम अब उसी सचिन को अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा खलनायक मानता है. गुलाम अब अपने बच्चों को सीमा से छीनने के लिए कोशिशें शुरू कर दी हैं.


सीमा के पहले पति गुलाम का कहना है कि जो सीमा उसकी नहीं हुई, अपने देश पाकिस्तान की नहीं हुई, वो सचिन की भी कभी नहीं हो सकती है, वो जल्द ही सचिन को भी धोखा देगी. 


गुलाम का कहना कि सीमा की बेवफाई के दर्द को तो उसने बर्दाश्त कर लिया लेकिन बच्चों की जुदाई उससे बर्दाश्त नहीं हो पा रही है और अब अपने बच्चों को पाने के लिए गुलाम ने जो फैसला किया है उससे सीमा की भी सकते में जरूर आ गई होगी.


गुलाम हैदर के मुताबिक सीमा सचिन को एक मोहरे की तरह इस्तेमाल कर रही है वो खुद को सनातनी और हिंदुस्तानी दिखाने की कोशिश कर रही है,ये सब उसका नाटक है. वो सीमा से अपने बच्चों को हासिल करके रहेगा और इसके लिए गुलाम कानूनी जंग की पूरी तैयारी कर चुका है. गुलाम ने फैसला किया है कि वो कानूनी तरीके से भारत आएगा और अपने बच्चों को बेवफा सीमा की कस्टडी से हासिल कर वापस पाकिस्तान चला जाएगा. 


सवाल इस बात का है क्या भारत सरकार गुलाम हैदर को यहां आने की इजाजत देगी और अगर ऐसा हुआ तो क्या हिंदुस्तान की अदालतों में गुलाम हैदर की सुनवाई होगी,क्या सचिन और सीमा की लव स्टोरी में गुलाम हैदर क्या नया मोड़ बनकर भारत आएगा, जाहिर है ये सवाल सीमा को जरूर परेशान कर रहे होंगे.




लेकिन सीमा भी इस खेल की पक्की खिलाड़ी है. उसने अभी तक हर सवाल और मुश्किल का सामना किया है. सीमा अपनी धुन की पक्की है. वो जब पाकिस्तान से हिंदुस्तान तक का सफर पूरा कर सकती है तो उसके लिए गुलाम हैदर का सामना करना बड़ी बात नहीं होगी.


अपने पहले पति के आने की आहट सुनकर उसने अपना दांव भी चल दिया है. सीमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संघ प्रमुख मोहन भागवत और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को राखी भेज अपने हिफाजत का वचन लेने की कोशिश की है.


कैसे शुरू हुई सचिन और सीमा को मोहब्बत
नोएडा के गांव रबुपुरा के रहने वाले सचिन और कराची की रहने वाली सीमा के बीच इश्क की दास्तां ऑनलाइन गेम 'पबजी' के जरिए हुई थी. साल 2019 तक भारत में पबजी को बैन नहीं किया गया था.


इसी गेम को खेलने के दौरान ही सीमा और सचिन की बातचीत शुरू हो गई. बातचीत के दौरान ही दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खा ली. इसके बाद दोनों नेपाल के काठमांडू में मिले. दावा है कि सचिन और सीमा पशुपतिनाथ मंदिर में शादी कर लीं.


सीमा की मांग भरते हुए सचिन की एक तस्वीर भी अब सोशल मीडिया पर वायरल है. दोनों वहां 7 दिन बिताने के बाद अपने-अपने देश वापस लौट आए. इसके बाद सीमा ने हमेशा के लिए पाकिस्तान छोड़ने का फैसला कर लिया. 


सीमा ने पाकिस्तान से दुबई तक फ्लाइट का टिकट लिया और अपने 4 बच्चों के साथ कराची छोड़ दिया. कराची से फिर उसने नेपाल की राजधानी काठमांडू का टिकट लिया.


काठमांडू से वो नेपाल के पोखरा बस से पहुंची और वहां से उसने दिल्ली तक का सफर पूरा कर लिया. चेकिंग के दौरान सीमा ने कई बार झूठ भी बोला. इस बात को उसने खुद स्वीकारा है. सीमा बिना वीजा के ही भारत पहुंच चुकी थी. यहां सचिन ने उसको नोएडा के गांव में छिपा दिया.


सचिन ने उससे कोर्ट मैरिज करने का फैसला किया और उनसे पूरी बात अपने घरवालों को बताई.पाकिस्तानी लड़की को छिपाने और उससे शादी करने की बात सुनकर सचिन के परिजन घबरा गए. सचिन अपनी बात पर अड़ा रहा. हार मानकर सचिन के परिजनों ने वकील से बात की. पाकिस्तानी लड़की की बात सुनकर वकील भी सकते में आ गए. उसने ये बात पुलिस को बता दी. ये बात सुनकर पुलिस अधिकारियों के भी होश पाख्ता हो गए. लेकिन इसके बाद सचिन-सीमा की मोहब्बत चर्चा-ए-आम हो गई.