Siddharthnagar News: यूपी के सिद्धार्थनगर जिले में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी कर रहे दो प्रधान अध्यापकों को बेसिक शिक्षा अधिकारी ने निलंबित कर दिया और बीईओ को मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही जिले में बर्खास्त शिक्षकों की संख्या 111 तक पहुंच गई है. शिक्षा विभाग की ओर से हो रही इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.

 

2 प्रधानाध्यापकों निलंबित किया गया

 

निलंबित किए गए प्रधानाध्यापकों में शोहरतगढ़ तहसील में प्राथमिक विद्यालय नरोड़ा में तैनात संजय कुमार शुक्ला हैं. जो देवरिया जिले के रहने वाले हैं. इसके साथ ही वो सिद्धार्थनगर जिले में पिछले 10 सालों से नौकरी कर रहे थे. जांच के दौरान उनका अंक पत्र फर्जी मिला है. वहीं दूसरे शिक्षक का नाम अमरनाथ यादव है जो इटवा तहसील के बेरिया खालसा प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक पद पर तैनात थे. वो संतकबीर नगर के मदया गांव के निवासी है.



फर्जी दस्तावेजों पर कर रहे थे नौकरी 

 

बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडे ने कहा कि शोहरतगढ़ व इटवा क्षेत्र में तैनात दोनों फर्जी शिक्षकों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी करने के आरोप में बर्खास्त किया गया है. इसके साथ ही बीईओ को निर्देश दिया गया है कि इन दोनों शिक्षकों के ऊपर मुकदमा दर्ज हो. इन दोनों शिक्षकों पर हुई कार्रवाई के बाद 111 फर्जी शिक्षक का बर्खास्त होना इस ओर इशारा करता है कि शिक्षा विभाग आज भी अपनी कमियों को पूरा करने में सक्षम नहीं है. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी करने वाले शिक्षकों के साथ उन लोगों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जाती जिन्होंने इन्हें वेरिफिकेशन में पास कर दिया.