यूपी के सिद्धार्थनगर में धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में एक इन्टर कॉलेज के प्रबंधक मौलाना शब्बीर अहमद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. आरोप है कि प्रबंधक ने अपने स्कूल में बाबू के पद पर काम करने वाले हिन्दू शख्स पर धर्मांतरण कराया. आरोप हैं कि वो छांगुर से जुड़ा हुआ था. 

मामला सिद्धार्थनगर के इटवा तहसील स्थित अल्फारूक इन्टर कॉलेज का है. इस कॉलेज में बाबू के पद पर काम करने वाले अखंड प्रताप सिंह ने आरोप लगाया है कि कॉलेज के प्रबंधक मौलाना शब्बीर अहमद ने उससे सादे एफिडेविट पर दस्तख़त ले लिए और कुछ दिन बाद ही वो उस पर मुसलमान बनने का दबाव बनाने लगा. 

कॉलेज के प्रबंधक पर धर्मांतरण का आरोपपीड़ित ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि साल 2020 में वो इस कॉलेज में नौकरी के लिए गया था, जहां उसे बाबू के पद पर नौकरी मिल गई. कुछ दिन बाद कॉलेज प्रबंधक मौलाना शब्बीर ने उससे सादे एफेडेविट पर दस्तखत करवा लिए और फिर धर्मांतरण का दबाव बनाने लगा. मौलाना ने उसे 20 लाख रुपये का लालच दिया और अरब में किसी से बात भी कराई. 

पीड़ित ने आरोप लगाया कि वो किसी तरह से वहां से भागा लेकिन मौलाना ने नोटरी में उसका नाम बदलकर इमरान खान रख दिया गया. जिसकी कॉपी उसके पास है, अखण्ड प्रताप ने मौलाना के तार छांगुर बाबा से जुड़े होने का भी आरोप लगाया है. हालांकि कॉलेज के दूसरे शिक्षकों ने इन आरोपों को ग़लत बताया है. 

मामले की जांच में जुटी पुलिसअल्फारूक इन्टर कॉलेज से जुड़े हिन्दू और मुसलमान शिक्षकों ने अखण्ड प्रताप सिंह के आरोपों को निराधार बताया और कहा कि ये स्कूल 1992 से संचालित है. यहां हिन्दू-मुस्लिम सभी स्टाफ काम करते है. अभी तक ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है. उन्हें यहां मैरिट के आधार पर नौकरी मिली है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. 

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