श्रावस्ती में 22 और 23 नवंबर को पूर्व प्रधान रोशन अली और उनकी पत्नी वसीला की निर्मम हत्या कर दी जाती है. जिनका शव खून में लथपथ संदिग्ध परिस्थितियों में घर के बाहर और पत्नी वसीला का शव घर के बाहर झाड़ियां में पड़ा हुआ मिला. पुलिस ने दोनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए तीन बेटों समेत वकील को जेल भेज दिया है.
दरअसल, पूरा मामला उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जनपद के थाना इकौना के खावा पोखर गांव का है. खावा पोखर गांव में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब पूर्व प्रधान रोशन अली और उनकी पत्नी की निर्मम हत्या कर दी गई. पुलिस ने जब शव कब्जे में लिया और मामले की जांच शुरू की तो पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में सामने आया की दंपती की गला दबाकर हत्या की गई थी.
वकील ने रची पूर्व प्रधान दंपती की हत्या की साजिश
पुलिस ने इस मामले में मृतका के तीन बेटों और एक वकील को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. पुलिस की पूछताछ में पता चला कि एडवोकेट प्रभाकर त्रिपाठी उर्फ रिंकू ने इस हत्या का षड्यंत्र रचा था और इस चक्रव्यूह में सौतेले बेटे नसीब, हबीब और मुसीबत के साथ मिलाकर पूर्व प्रधान रोशन अली और वसीला की हत्या कर दी.
वकील और तीन बेटों को भेजा गया जेल
इस मामले का खुलासा हुआ तो पता चला कि वकील प्रभाकर त्रिपाठी ने पूर्व प्रधान की जमीन को अवैध तरीके से कब्जा कर बेच लिया था, जिसे काफी दिनों से विवाद चल रहा था. इसी विवाद को लेकर एडवोकेट प्रभाकर त्रिपाठी ने पूरा षड्यंत्र रच कर दोनों की हत्या करवा कर बेटों को ही हत्यारा बना दिया. बरहाल पुलिस ने मामले का खुलासा कर 3 सौतेले बेटों समेत वकील को भी जेल भेज दिया है.
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