फिरोजाबाद. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) के पहले भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) से नेताओं के जाने का क्रम जारी है. बीते दिनों स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) और दारा सिंह (Dara Singh) के साथ कई इस्तीफों के बाद अब फिरोजाबाद स्थित शिकोहाबाद विधानसभा सीट (Shikohabad Firozabad) से भाजपा विधायक मुकेश वर्मा (BJP MLA Mukesh Verma  ) ने बागी सुर अख्तियार किए हैं. बीते कुछ दिनों वह सातवें विधायक हैं जिन्होंने बीजेपी से मुंह मोड़ा. वर्मा ने गुरुवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद कहा 'स्वामी प्रसाद मौर्य हमारे नेता हैं और वह जो भी फैसला करेंगे, हम उसका समर्थन करेंगे.' वर्मा ने दावा किया कि आने वाले समय में और भी नेता उनके साथ आएंगे.


एक ट्वीट में वर्मा ने कहा- भाजपा सरकार द्वारा 5 वर्ष के कार्यकाल में दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं व जनप्रतिनिधियों को कोई तवज्जो नहीं दी गई व दलित, पिछड़ों किसानों व बेरोजगारों की उपेक्षा की गई. इसकारण मैं भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूँ.


वर्मा ने बड़े समर्थन का दावा करते हुए कहा- 'हमारे साथ 100 विधायक हैं और भाजपा को रोज इंजेक्शन लगेगा.' उन्होंने कहा कि बीजेपी अगड़ों की पार्टी है और वहां दलितों और पिछड़ों का सम्मान नहीं है.  दावा किया कि पिछड़ों को टारगेट करके नौकरी नहीं लगने दी. वर्मा ने कहा 'भाजपा दलित, अल्पसंख्यक और पिछड़ा विरोधी है. ' 


स्वतंत्र देव सिंह को भेजी चिट्ठी में क्या बोले मुकेश?
उन्होंने कहा कि जिन गरीबों, शोषितों और वंचितों के प्यार और वोट से भाजपा 300 सीटों के पार सीटें जीती थी, उनका ही सबसे ज्यादा शोषण किया गया. इससे बुरी बात और क्या हो सकती है. वर्मा ने कहा कि पांच साल तक लगातार कहा गया कि सरकार सबका हित करेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ.


यूपी बीजेपी चीफ स्वतंत्र देव सिंह को भेजे इस्तीफे में वर्मा ने कहा 'पिछले 5 वर्ष की सरकार में दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं व जन प्रतिनिधियों को तवज्जो नहीं दी गई और ना ही सम्मान दिया गया.स्वामी प्रसाद मौर्य जी शोषित-पीड़ितों की आवाज हैं और वह हमारे नेता हैं, मैं उनके साथ हूं.' बता दें चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद शाहजहांपुर से रोशन लाल वर्मा, बिल्हौर से भगवती प्रसाद सागर ने भी भाजपा से इस्तीफा दे दिया है. ये दोनों विधायक मौर्या के करीबी बताए जाते हैं. 


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