Pahalgam Terror Attack: जम्मू और कश्मीर स्थित पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए लोगों पर शंकराचार्य अविमुक्तेशवरानंद ने गर्व जाताया है. उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि मृत्यु देखते हुए भी हमारे लोगों ने कहा कि हम हिंदू हैं. हम भी कह रहे हैं हम हिंदू हैं. मारना चाहो तो मार दो.
शंकराचार्य ने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए हमें गर्व है कि हम हिंदू हैं. मरने से हम नहीं डरते क्योंकि हमारे यहां पुनर्जन्म होता है और श्रद्धालुओं के लिए बेहतर जन्म होता है. मरने से वो डरे जिनके यहां दूसरा जन्म नहीं है.
'वो तो हुतात्मा हैं...'शंकराचार्य ने यह बयान केदारनाथ धाम में दिया. उन्होंने कहा कि पहलगाम को देखिए. पहलगाम ऐसी घटना है जो कभी भी भुलाई नहीं जा सकेगी और जिस तरह से धर्म पूछ करके वहां पर लोगों को मारा गया है. इसका मतलब है कि वो धर्म युद्ध हो गया है और धर्म युद्ध में जो मारा जाता है उसको सद्गति (मुक्ति) मिलती है.
उन्होंने कहा कि शास्त्रों के अनुसार हमने जो जाना है वहां ये कहा गया है कि जो धर्म युद्ध में अभिमुख होकर के मारा जाता है. वो उस गति को प्राप्त करता है, जिस गति को बड़े-बड़े योगी जन भी नहीं प्राप्त कर पाते हैं. वो तो हुतात्मा हैं. धर्म के लिए मारे गए हैं.
शंकराचार्य ने कहा कि केदारनाथ के गर्भ गृह में जाकर उन्होंने पहलगाम में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. उन्होंने कहा- हमने भगवान केदार से मारे गए लोगों के परिजनों के लिए सांत्वना उनके लिए धैर्य की प्राप्ति के लिए प्रार्थना की है. साथ ही जो हुतात्मा मारे गए उनके बारे में भी हमने भगवान से प्रार्थना की है.