पंडित शशिशेखर त्रिपाठी
शनि की साढ़ेसाती किस राशि में चरम पर हैं। इसके बारे में विस्तार से बताया है आपके अपने एस्ट्रो फ्रेंड पंडित शशिशेखर त्रिपाठी ने। अभी तक शनि की साढ़ेसाती धनु राशि वालों के चरम पर थी और अब यह मकर राशि वालों के लिए चरम पर हो रही है। मकर राशि वालों के लिए शनि का ऑडिट सघंन हो जाएगा।
मकर राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
-सबसे पहले मन में दबाव कुछ बढ़ेगा यानी ऑफिस में वर्क लोड ज्यादा होगा। अभी तक यदि ऑफिस में काम कम रहता था, तो अब आपके ऊपर बहुत अधिक जिम्मेदारियां आने वाली हैं। इसलिए मकर राशि वालों को यह ध्यान रखना चाहिए।
-ज्यादा काम होने पर मन को उदास न होने दें और एक बात आपको गांठ बांध लेनी चाहिए कि बॉस से बिल्कुल भी यह नहीं कहना है कि मेरे ऊपर वर्क लोड बहुत ज्यादा है। बॉस जो भी आपको काम दें, उसको प्रसन्नता के साथ पूरी मेहनत और लगन के साथ करना चाहिए।
-आप शनिदेव पर विश्वास रखें, आपकी मेहनत का फल वह आपको अवश्य देंगे। हो सकता है कि तत्काल आपको फल न मिले, लेकिन धीरे-धीरे आपके जो अच्छे कर्म हैं उनके अच्छे परिणाम भी सामने आएंगे।
क्या करना होगा मकर राशि वालों को, क्या है इनकी सावधानियां और उपाय
अधिक मोटे लोग सावधान हो जाएं
- एक ध्यान रखने वाली बात यह है जिन लोगों का वजन बहुत ज्यादा है वह लोग बिना किसी देरी के व्यायाम करना शुरू कर दें। अगर घर में आलस्य रहता है, तो कोई अच्छा जिम जॉइन कर लें और ट्रेनर के गाइडेंस में वर्कआउट करना तुरंत प्रारंभ कर दीजिए। अन्याथा शारीरिक रूप से शनिदेव दंड देने में विलंब नहीं करेंगे।
- जब भी मकर राशि वालों की साढ़ेसाती पीक पर आती है तो उनकी कमर में या पीठ में स्टीफनेस यानी कड़ापन आ जाता है और उनको व्यायाम करना अति आवश्यक भी हो जाता है। यदि कमर या पीठ में कोई दिक्कत है, तो डॉक्टर की सलाह से व्यायाम अवश्य करिए अन्यथा कार्य करने में आपका मन नहीं लगेगा।
- जिन लोगों का वजन बहुत अधिक है, बहुत चिकनाई युक्त भोजन करते हैं उन लोगों को तत्काल प्रभाव से चिकनाई छोड़ देनी चाहिए।
- जिसमें की खासतौर से वनस्पति एवं देसी घी से दूर हो जाना चाहिए और चिकनाई के लिए केवल सरसों के तेल का ही प्रयोग करना उत्तम रहेगा।
मकर राशि वाले अपनी मां का रखें ख्याल
- मकर राशि जिन लोगों की भी है वह सबसे पहले अपनी मां का चेकअप कराएं उनको यदि कोई दिक्कत है कोई रोग है उसका इलाज कराएं और दवा से ज्यादा महत्वपूर्ण है।
- यदि आप मां के साथ नहीं रहते हैं तो उनकी जरूरतों का ख्याल रखें और जब भी मां के पास जाएं तो उनके चरण दबाएं उनकी सेवा करें।
- दरअसल जब भी शनि की साढ़ेसाती पीठ पर होती है तो बेटे पर आने वाले कष्ट मां ऑटोमेटिक ही अपने ऊपर ले लेती इसलिए प्रत्येक मकर राशि वालों का यह दायित्व है कि मां की सेवा करना ही इनके लिए पूजा है।