कुशीनगर, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में स्कॉर्पियो लेकर भाग रहे एक चोर ने टोल प्लाजा के कर्मचारी को रौंद दिया, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। यह घटना कुशीनगर से गुजरने वाली नेशनल हाईवे देवरिया और कुशीनगर के बॉर्डर पर स्थित मुजहना टोल प्लाजा की है। इस बीच सोनबरसा के निकट चोर वाहन छोड़कर भाग गया। पुलिस ने गाड़ी को अपने कब्जे में ले लिया।

कुशीनगर देवरिया के बॉर्डर पर स्थित नेशनल हाई वे का टोल प्लाजा मुजहना हेतिमपुर जो देवरिया जिले के रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र में पड़ता है। सुबह पुलिस के द्वारा सूचना दी गई कि बस्ती टोल से UP-54,Z 8787 सफेद रंग की काले शीशे वाली स्कार्पियो जो बस्ती टोल से निकली है चोरी की गई है। जिस पर फास्ट टैग स्टिकर लगा हुआ है। इस गाड़ी को पुलिस ने ट्रेस करते हुए लोकेशन की जानकारी थाने को देती आ रही थी, पर चोर आगे आगे पुलिस पीछे पीछे। चोरी की गई स्कार्पियो गोरखपुर टोल भी क्रॉस कर गई, पर पुलिस के हाथ न लगी। फिर क्या अगले टोल पर मुस्तैदी के साथ चोरी की गई स्कार्पियो को पकड़ने की जिम्मेदारी मुजहना हेतिमपुर के टोल मैनेजर को दी गई। समय सुबह 6:25 मिनट का था, सभी कर्मचारी मुस्तैदी के साथ खड़े हो गए, साथ ही देवरिया जिले के रामपुर कारखाना पुलिस को भी सूचना दी गई। तभी लेन नम्बर पांच में सफेद स्कार्पियो आकर एक ट्रक के पीछे खड़ा होता है, टोल कर्मी तब तक स्कार्पियो को रोक के रखना चाहते थे कि जब तक पुलिस न आ जाये। तभी दो पुलिस कर्मी हाथों में डंडा लेकर ट्रक के बगल से ट्रक के पीछे खड़े स्कार्पियो की तरफ बढ़ते हैं, इतने में चोर स्कार्पियो गाड़ी को डिवाइडर पर चढ़ाते हुए भागने में सफल रहता है।

घेरा डाले खड़े टोल कर्मचारियों की भीड़ में से स्कार्पियो तीन लोगों को कुचलते हुए हाईवे के दूसरे तरफ से भाग निकलती है। पूरे टोल पर अफरा तफरी का माहौल बन जाता है। लेकिन यह पूरी घटना टोल पर लगे सीसीटीवी में कैद हो जाती है, घटना के तुरन्त बाद टोल कर्मी घायलों को अस्पताल भेजते हैं लेकिन एक टोल कर्मी श्याम सुंदर उम्र 55 साल गोरखपुर में इलाज के दौरान मौत हो जाती है, बाकी दो अन्य कर्मी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी जाती है।

यह पूरी घटना जिस तरह घटित हुई उससे अनुमान लगाया जा सकता है कि इस चोर पुलिस के खेल में फिर से चोर आगे रहा और पुलिस पीछे यानि कि यूं कहे कि पुलिसिया सिस्टम फिर से फेल हुआ। देवरिया पुलिस को चोर चकमा देने में सफल रहा। कहते हैं चोर तो चोर ही होता तभी तो घटना के तुरन्त बाद स्कार्पियो फिर उसी लेन में आता है ताकि घटना के बाद उलझी पुलिस और टोलकर्मियों के आखों में धूल झोंक निकल जायेगा पर एक टोल कर्मी की नज़र फिर से पड़ने की वजह से फिर से स्कार्पियो चोर गाड़ी उल्टे लेन घुमा कर तेजी से भाग जाता है। मानो वह चोर पुलिस को चुनौती दे रहा हो कि आओ पकड़ो पर "चोर आगे आगे पुलिस पीछे पीछे"वाली लाइन यह पूरी इस घटना पर फिट बैठती है, वरना जिस तरफ से चोरी की स्कार्पियो आई उस तरफ चन्द कदमों पर हाटा कोतवाली थी। जिस तरफ स्कार्पियो जा रहा था उधर कसया थाना था। जहां घटना हुई उस जगह से बेहद नज़दीक पुलिस चौकी थी पर आधी अधूरी तैयारी कर दो पुलिस कर्मियों के भरोसे शातिर चोर पकड़े वाली यूपी पुलिस मानो डंडे से ही चोर पकड़ लेगी तभी तो बस्ती के आगे से चोरी की गई स्कार्पियो बस्ती टोल क्रॉस कर गई, कई हाईवे के थाने को क्रॉस कर गई यह सारी घटना कही न कही पुलिस सिस्टम के कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है |