Ghazipur News: आज से सावन महीने की शुरूआत हो गई है, शिवालयों में सुबह से ही शिवभक्तों का तांता लगा रहा है. आज हम आपको गाजीपुर के एक शिव मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं. जहां राजा दशरथ ने भगवान की शिव की स्थापना की थी. गाजीपुर में राजा दशरथ के हाथों स्थापित महाहर धाम में हजारों शिवभक्त देर रात से ही जलाभिषेक कर रहे हैं.

मंदिर को लेकर मान्यता है कि राजा दशरथ ने यहीं पर श्रवण कुमार पर गलती से शब्दभेदी बाण चलाया था जिससे अपने माता-पिता को तीर्थ यात्रा कराने निकले श्रवण कुमार की मृत्यु हो ग़यी थी. श्रवण कुमार के माता-पिता ने यहीं पर अयोध्या के राजा दशरथ को श्राप दिया था जिससे मुक्ति के लिये राजा दशरथ ने यहां पर शिव परिवार और तेरह मुखी शिवलिंग की स्थापना की थी.मान्यता है कि राजा दशरथ प्रतिदिन अयोध्या से यहां भगवान शिव का दर्शन करने आते थे.

शिव भक्तों का लगा तांताआज से पवित्र श्रावण मास की शुरुआत हुई है और देर रात से ही कांवरियों का महाहर धाम में आना जारी है. कांवरिये हजारों की संख्या में महाहर धाम पहुचकर जलाभिषेक कर रहे हैं. हजारों की संख्या में कांवरिये गंगा जल लेकर रविवार की रात को ही महाहर धाम पहुंच गये थे और रात के करीब 1 बजे से ही जलाभिषेक कर रहे हैं. अभी भी महाहर धाम में कांवरियों का आना जारी है.

पुलिस ने कांवरियों की सुरक्षा के इंतजाम किये हैं और देर रात एसपी इरज राजा भी महाहर धाम में मौजूद थे और कांवरियों की सुरक्षा के इंतजाम पर खुद पैनी नजर रखे हुए थे. एसपी ने बताया कि पूरे जनपद में गंगा घाट से लेकर यहां तक सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है.ट्रैफिक डाइवर्जन कर विभिन्न स्थानों पर भारी वाहनों को रोका गया है.सड़क का एक रो श्रद्धालुओं के लिये रिजर्व कर दिया गया है.महाहर धाम में भी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं.

(गाजीपुर से आशुतोष त्रिपाठी की रिपोर्ट)

ये भी पढ़ें: नेमप्लेट विवाद के बीच कांवड़ मार्ग पर नॉनवेज की बिक्री पर भी रोक, इस जनपद में फरमान जारी