UP News: मोदी सरकार ने भारत रत्न देने के लिए शुक्रवार को तीन नामों की घोषणा की, जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री और आरएलडी के चीफ जयंत चौधरी के दादा चौधरी चरण सिंह का नाम भी शामिल थे. इस एलान पर जयंत चौधरी ने अपनी खुशी पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जाहिर की और लिखा था कि 'दिल जीत लिया.' उसके बाद उन्होंने आरएलडी और बीजेपी के बीच गठबंधन के संकेत दे दिए. हालांकि अब जयंत चौधरी को पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने चेतावनी दी है. 


पूर्व राज्यपाल ने अपने सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा, 'जिसको जहां जाना है वो जाएं, परंतु किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह जी की तुलना 750+ किसानों के हत्यारों से ना करें.' हालांकि सत्यपाल मलिक ने भी चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने के फैसले पर मोदी सरकार को धन्यवाद दिया था. 



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'भारत रत्न देने के फैसले पर रिएक्शन'
तब उन्होंने लिखा था, 'मेरे राजनीतिक गुरु किसान मसीहा, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किया गया. यह सम्मान देश के किसान-कमेरे, दलित, वंचित एवं शोषित वर्ग के लोगों को मिला है, जिनके उद्धार के लिए चौधरी साहब का संपूर्ण जीवन समर्पित रहा.'


सत्यपाल मलिक ने कहा था, 'लहलहाते खेत-खलिहानों को मिला है, जहाँ चौधरी साहब की आत्मा बसती थी. वैसे तो चौधरी साहब को यह सम्मान बहुत पहले मिल जाना चाहिए था, लेकिन देर आएं दुरस्त आएं. इस निर्णय के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हृदय से धन्यवाद. जय जवान, जय किसान.'


भारत रत्न देने का एलान होने के बाद प्रेस वार्ता में जयंत चौधरी ने अपनी खुशी को जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया था. इस दौरान भाजपा के साथ गठबंधन पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "कोई कसर रहती है, अब किस मुंह से इनकार करूं, आपके सवालों का." सरकार के इस ऐलान के बाद जयंत काफी भावुक दिखे, उन्होंने पीएम मोदी का दिल से शुक्रिया अदा किया.