UP Election 2022: यूपी के आगामी चुनाव को देखते हुए तमाम राजनीतिक दल एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. गुरुवार को बहुजन समाज पार्टी के उपाध्यक्ष सतीश चन्द्र मिश्र ने एक बार फिर सपा और भाजपा पर जमकर हमला बोला. उन्होंने अपर्णा यादव और संघमित्रा मौर्य का उदाहरण देते हुए कहा कि दोनों दल अंदर से एक दूसरे के साथ मिले हुए हैं.

 

सपा-भाजपा पर सतीश चन्द्र मिश्र का निशाना 

गुरुवार को सतीश चन्द्र मिश्र ने एसपी और बीजेपी को भी आड़े हाथों ले लिया. उन्होंने कहा कि भाजपा और सपा को एक सिक्के के दो पहलू हैं और एक दूसरे से मिले हुए हैं. जब उनसे अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल होने आने, स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में जाने के बावजूद संघमित्रा मौर्य के बीजेपी में ही बने रहने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इनका असली चेहरा सामने आ गया है. कुछ दिन पहले ही मोहन भागवत और मुलायम सिंह यादव ने दिल्ली में योजना बनाई कि कौन सपा में रहेगा कौन यहां आएंगे.

 

लोगों को असली मुद्दों से भटकाया जा रहा है

सतीश चन्द्र मिश्र ने कहा कि, आप देख लीजिए बेटा इधर, बहु उधर. ये लोग पहले से ही योजनाबद्ध तरीके से मिलकर चल रहे थे, अब सब सामने आ गया है.  मुलायम सिंह यादव ने चुनाव से पहले कहा नरेंद्र मोदी फिर पीएम बने. ये सिर्फ चुनाव में ड्रामा और भ्रमित कर रहे, इनका ड्रामा अभी और बढ़ेगा. जिससे रोजगार, महिला सुरक्षा, किसान जैसे अहम मुद्दों से लोगों को ध्यान भटक जाए. हमारी पार्टी ग्राउंट पर काम कर रही है. हम पहले से ही घर-घर अपनी पहुंच बना चुके हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर आयोग की रोक न होती तो मायावती की रैलियां शुरू हो गईं होती. 

 

बीएसपी में शामिल हुईं सीमा कुशवाहा 

इससे पहले सतीश चन्द्र मिश्र ने दिल्ली की निर्भया और हाथरस कांड की वकील सीमा कुशवाहा को बीएसपी की सदस्यता दिलाई. इस दौरान सीमा कुशवाहा ने कहा कि वो मायावती के 2007 के कार्यकाल से बहुत प्रभावित हैं. तब यूपी में लॉ एंड आर्डर स्ट्रांग था, क्राइम नही होता था. माना जा रहा है कि बीएसपी उन्हें पार्टी का चेहरा भी बना सकती है.