Sambhal Violence: दिल्ली से संभल जा रहे सपा सांसदों के एक डेलिगेशन को यूपी पुलिस ने यूपी-दिल्ली बॉर्डर के पास रोक लिया. मुजफ्फरनगर से समाजवादी पार्टी के सांसद और सपा प्रतिनिधिमंडल में शामिल हरेंद्र मलिक को यूपी गेट पर रोका गया. जबकि लखनऊ में विधानसभ में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे को रोका गया. इस बाद अब समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया आई है.

अखिलेश यादव ने कहा, "समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल संभल जा रहा था, हम सभी शांति के पक्षधर हैं. यह जरूरी है कि लोगों को न्याय मिले. प्रशासन जो भी समय-समय पर कह रहा है, वह सरकार के इशारे पर कह रहा है. अगर इतनी फोर्स पहले तैनात की गई होती तो ऐसी घटना नहीं होती. वहां के लोगों को न्याय मिलना चाहिए, शांति होनी चाहिए लेकिन भाजपा शांति नहीं चाहती. प्रतिनिधिमंडल को जाने नहीं दिया गया, लेकिन ऐसा कब तक चलेगा?"

उन्होंने कहा कि प्रशासन जानबूझकर इससे ध्यान भटकाना चाहता है. जबकि सपा प्रतिनिधिमंडल के दौरे पर संभल डीएम राजेंद्र पैंसिया ने कहा, "अभी धारा 163 लगी हुई है और हमारा सभी से अनुरोध है कि 10 दिसंबर तक यहां ना आएं. माहौल शांतिपूर्ण है और किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है लेकिन सतर्कता और संवेदनशीलता के तहत हमने सभी को मना किया है."

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कोई भी व्यक्ति कहीं भी जा सकता है- सपापुलिसकर्मियों ने मुजफ्फरनगर के सपा सांसद हरेंद्र मलिक से कहा क‍ि उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं है. एसीपी के आने पर ही पोजीशन क्लियर हो पाएगी. इस मौके पर सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि यह सत्ताधारी पार्टी की मनमानी है. इसके चलते उन्‍हें आगे जाने से रोका जा रहा है. कोई भी व्यक्ति कहीं भी जा सकता है.

उन्होंने कहा कि वह संभल जरूर जाएंगे और अगर पुलिस ने उन्हें रोका, तो कानून के दायरे में वह अगला कदम उठाएंगे. फिलहाल सांसदों को काफी देर रूकने के बाद दिल्ली वापस लौटना पड़ा है. उन्होंने कहा है कि वह इस मुद्दे को सोमवार को संसद में जरूर उठाएंगे. उनके रोके जाने के दौरान कई किलोमीटर का जाम लगा रहा.