Sambhal News: यूपी के संभल में जिला प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. जिसकी जद में समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क का पुश्तैनी मकान भी आ गया है. प्रशासन ने निर्माणधीन मकान को बिना नक्शे के बनाने के मामले में दूसरा नोटिस भी भेज दिया है. इससे पहले पांच दिसंबर को पहले नोटिस भेजा गया था. प्रशासन ने एक सप्ताह में जवाब देने को कहा है. 

सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क़ को उनके पुश्तैनी घर में अवैध निर्माण को लेकर पहला नोटिस 5 दिसम्बर को भेजा था. नियमानुसार आज दूसरा नोटिस सपा सांसद को भेजा गया है. एसडीएम संभल वंदना ने इसे लेकर कहा कि नियमों का पालन किया जा रहा है. पहले नोटिस के बाद आज दूसरा नोटिस दिया गया है. जिसमें उन्हें जवाब देने के लिए आठ दिन का समय दिया गया है. 

सपा सांसद ने मांगा एक महीने का समयसपा सांसद के वकील ने एक महीने का समय जवाब देने के लिए मांगा है. जो एक्ट में प्रावधान है उसके अंतर्गत उन्हें दूसरा नोटिस दिया गया है. उसमें भी एक सप्ताह का समय दिया गया है. वहीं इस मामले में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क़ के पिता ममलुकुर्रहमान बर्क़ का कहना है कि सच्चाई ये है कि मकान जियाउर्रहमान बर्क़ के नाम ही नहीं है बल्कि मकान तो मेरे स्वर्गीय पिता डॉ शफीकुर्रहमान बर्क़ के नाम है और उनके देहांत के बाद से ही मकान का निर्माण रुका हुआ है. फिर भी हमने अपने वकील के माध्यम से जवाब भिजवा दिया है. 

सपा सांसद को जो कारण बताओ नोटिस एसडीएम संभल की तरफ से भेजा गया है उसमें कहा गया है कि आप बिना नक्शे के निर्माण कर रहे हैं. इस मामले में अधिकतम जुर्माना 10000 रुपए लगाया जा सकता है और निर्माण लगातार जारी रहने की हालत में 500 रुपये प्रतिदिन जुर्माना लगाया जाएगा. सपा सांसद का यह पुश्तैनी मकान दीपा सराय मोहल्ले में है. जिसमें उनका परिवार रहता है. 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद से जिला प्रशासन संभल में एक्शन में है और बिजली चोरी व अतिक्रमण के खिलाफ लगातार अभियान चल रहा है. इसी कड़ी में सपा सांसद का मकान भी प्रशासन के निशाने पर आ गया है.

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