UP News: राम मंदिर में बीते 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी. इस प्राण प्रतिष्ठा के बाद जब सोमवार को सदन में पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ बधाई संदेश देने के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी में फूट नजर आई. बधाई संदेश पर सपा के विधायकों में दो फाड़ हो गए. इस बधाई संदेश के विरोध में सपा के 14 विधायकों ने हाथ उठा दिए. हालांकि और सभी सपा विधायकों ने इसका विरोध नहीं किया.

दरअसल, सोमवार को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा में राम मंदिर निर्माण पर पीएम मोदी और सीएम योगी के लिए बधाई संदेश पारित करने का प्रस्ताव रखा था. उन्होंने कहा कि 500 सालों के संघर्ष से और लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले से राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. बीते 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है. ये इस सदी की सबसे बड़ी घटना है. सालों के बाद हमारा गौरव वापस लौटा है. 

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इन्होंने किया समर्थनवित्त मंत्री के इस प्रस्ताव पर विधानसभा में स्पीकर सतीश महाना ने वोटिंग कराई. उन्होंने कहा कि जो इस प्रस्ताव का समर्थन कर रहे हैं वो हां करें. इसपर बीजेपी, अपना दल, सुभासपा और निषाद पार्टी के विधायकों ने समर्थन किया. बीएसपी के भी एक मात्र विधायक उमाशंकर सिंह ने इसका समर्थन किया. लेकिन सपा में इस प्रस्ताव पर फूट नजर आई.

समर्थन करने वालों के बाद जब सतीश महाना ने कहा कि जो इसका विरोध कर रहे हैं वो हाथ खड़े करें. इसपर सपा के विधायक लालजी वर्मा, स्वामी ओमवेश, मनोज पारस समेत 14 विधायकों ने हाथ खड़े कर दिए और उन्होंने विरोध जताया. जिसके बाद इन 14 सदस्यों को छोड़कर पूरे सदन की सहमति से बधाई संदेश पारित हो गया. 

बता दें कि सोमवार को ही उत्तर प्रदेश का बजट पेश किया गया. ये बजट अब तक का सबसे बड़ा बजट था. जिसमें कई बड़े एलान किए गए.