समाजवादी पार्टी के नेता और घोसी से सांसद राजीव राय ने घुसपैठ, कानून-व्यवस्था और केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि अगर देशद्रोहियों को बचाने की बात आएगी तो वही लोग देशद्रोही कहे जाएंगे, जो सत्ता में रहते हुए भी चुनाव से पहले घुसपैठियों की बात करते हैं, एसआईआर करवाते हैं, चुनाव जीतते हैं, लेकिन घुसपैठियों को पकड़ नहीं पाते.
घुसपैठ की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए
राजीव राय ने कहा, “जिसकी जिम्मेदारी है, अगर वो नहीं कर रहा है तो देशद्रोह तो वहां कहलाया जाएगा. हालांकि मैं नहीं कह रहा हूं कि प्रधानमंत्री जी या गृहमंत्री जी देशद्रोही हैं. मैं इस तरह के शब्दों से दूर रहना चाहता हूं.” उन्होंने आगे कहा कि इस हिंदुस्तान में रहने वाला हर भारतीय अपने देश से उतना ही प्रेम करता है, जितना भाजपा, कांग्रेस या सपा करता है. सिर्फ राजनीति के लिए किसी को देशद्रोही कहना गलत है.
‘जंगलराज’ के आरोपों पर पलटवार
जंगलराज के मुद्दे पर बोलते हुए सांसद ने कहा कि अगर किसी को जंगलराज का साक्षात उदाहरण देखना है तो उत्तर प्रदेश को देखना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के ही क्षेत्र से कोडिन भैया और कालिन भैया निकले हैं. बड़े-बड़े नाम सामने आए हैं. उन्होंने कहा, “बुलडोजर वाला, तेल खत्म हो गया है, चाबी गुम हो गई है तो किसके संरक्षण में उन्हीं के राज में इतना बड़ा अंतरराष्ट्रीय गिरोह चल रहा है.”
फर्जी दवाओं और अपराध पर सवाल
राजीव राय ने कहा कि असली देशद्रोही वे हैं जो फर्जी दवाओं से लोगों को मारते हैं, लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही. उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में एक-एक दिन में कई हत्याएं हो रही हैं, लेकिन कहीं जंगलराज नहीं दिखाया जाता. उनका कहना था कि इससे तथ्य नहीं बदल जाते.
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “मोदी सरकार ने साबित कर दिया कि गोडसे वाले लोग हैं उनको गांधी के नाम से नफरत है.” उन्होंने मनरेगा का जिक्र करते हुए कहा कि जो लोग 100 दिन की मजदूरी का पैसा तक नहीं दे पाए, वे 125 दिन का काम देने की बात कर रहे हैं, जो एक और झूठा जुमला है.
पटना डॉक्टर मामले पर दी प्रतिक्रिया
बिहार की महिला डॉक्टर के मामले पर राजीव राय ने कहा कि उन्हें इस बारे में पूरी जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा, “लेकिन कोई भी पढ़ी-लिखी महिला अगर इस तरह सार्वजनिक रूप से अपमानित महसूस करती है तो यह निंदनीय है.”