Varanasi News: मोहन भागवत के बयान को लेकर नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि, उनका बयान संवैधानिक है. पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं. वह बिल्कुल अच्छी तरह से संवैधानिक व्यवस्था और प्लेसस आफ वरशिप एक्ट को समझते हैं. भले ही हमारी विचारधारा ना मिलती हो लेकिन उनका कहना बिल्कुल सही है. देश संविधान से चलेगा.

हमारे देश में अलग-अलग विचारधारा को मानने वाले लोग हैं और सबका सम्मान ही हमारे मजबूत लोकतंत्र को दर्शाता है. वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य द्वारा अखिलेश यादव पर आरएसएस की शाखा जाने वाले बयान पर भी पलटवार किया है. नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि, दूसरे को नसीहत देने का किसी को अधिकार नहीं है. लेकिन हकीकत तो यह है कि केशव प्रसाद मौर्य को भारतीय जनता पार्टी जानबूझकर हमारे नेता अखिलेश यादव के खिलाफ बयान दिलवाकर उलझाती है.  सपा प्रमुख अखिलेश यादव जी और केशव प्रसाद मौर्य जी में जमीन आसमान का फर्क है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर भी अपने ऊलजुलल बयान के लिए जाने जाते हैं. जानबूझकर केशव प्रसाद मौर्य से बुलवाया जाता है. जिससे यह कभी मुख्यमंत्री की लाइन में रहे ही नहीं. अखिलेश यादव से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की कोई तुलना नहीं है.

पैसे देकर भाजपा के बड़े नेताओं की मीटिंग में बुलाई जाती है भीड़लाल बिहारी यादव ने संभल की घटना को लेकर भी प्रदेश सरकार पर निशाना साधा.  उन्होंने कहा कि, संभल की घटना इनकी प्रायोजित घटना है. वोट की लूट करके, पुलिस के बदौलत गोलियों के बदौलत प्राप्त किए गए सात सीटों की कमियों को छुपाने के लिए दंगा कराया गया. लोगों को भ्रमित करने का प्रयास किया गया . साथ ही यह भी कहा कि, बीजेपी के बड़े नेताओं के मीटिंग में पैसा देकर बुलाया जाता है. लेकिन सपा प्रमुख के आने के बारे में सूचना ही मिल जाए तो बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ जाती है.

यह भी पढ़ें- लखनऊ में बैंक का लॉकर काटने वाले आरोपियों से पुलिस की मुठभेड़, 3 गिरफ्तार, 4 की तलाश जारी