समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आज़म खान 23 महीने बाद आज मंगलवार को सीतापुर जेल से बाहर आ गए हैं. जेल से बाहर आने के बाद उनकी पहली झलक दिखाई दी. आज़म खान गाड़ी की आगे वाली सीट पर बैठे थे, उन्होंने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन भी स्वीकार किया.
आजम खान दोपहर क़रीब 12.30 बजे जेल से बाहर आए और बिना किसी से बात किए सीधा अपनी कार में बैठ गए. रिहाई के बाद उन्हें जेल से लेने के लिए उनके बड़े बेटे अदीब आजम और छोटे बेटे अब्दुल्ला आजम सीतापुर जेल पहुंचे थे. दोनों बेटे कार के पीछे वाली सीट पर थे. जिसके बाद वो सीधा यहां से रामपुर अपने घर की ओर निकल गए.
हाथ हिलाकर किया अभिवादन
इस दौरान सीतापुर जेल के बाहर भारी संख्या में उनके समर्थन और मीडिया मौजूद थी. पत्रकारों ने उनसे बात करने का काफी कोशिश की लेकिन वो बिना कुछ कहे ही वहां से निकल गए. हालांकि उन्होंने अपने समर्थकों का हाथ हिलाकर अभिवादन ज़रूर स्वीकार किया. इस दौरान वो काफी आत्मविश्वास से भरे दिख रहे थे.
आज़म खान की रिहाई से पहले सीतापुर जेल के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए थे सीतापुर में धारा 163 लागू कर दी गई थी. इसके अलावा जेल के बाहर ड्रोन से मॉनिटरिंग की जा रही है ताकि कानून और व्यवस्था में कोई अड़चन न आए.
समर्थकों ने की स्वागत की तैयारी
जेल के बाहर बड़ी संख्या में सपा और आजम समर्थक मौजूद थे. मुरादाबाद से सपा सांसद रुचि वीरा भी उनसे मिलने सीतापुर पहुंची थीं. उन्होंने कहा कि आजम खान की रिहाई से 2027 के चुनाव में असर देखने को मिलेगा. आजम खान के समर्थकों में जश्न का माहौल है. रामपुर में भी उनके स्वागत के लिए बड़े स्तर पर तैयारियां की गई हैं.
बता दें कि आजम खान की रिहाई सुबह सात बजे ही होनी थी लेकिन कुछ कानूनी अड़चन आने की वजह से उसमें देरी हो गई. सपा नेता को दो बॉन्ड भरने थे. उनके वकीलों ने कोर्ट खुलने के बाद दोनों बॉन्ड भरे जिसके बाद उनकी रिहाई का रास्ता साफ हुआ.