UP News: गाजियाबाद (Ghaziabad) की कनावनी पुलिस चौकी (Kanawani Thana) पर तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर पिटाई में ऑटो चालक की मौत हो गई. जिसके बाद इंदिरापुरम (Indirapuram) कोतवाली इलाके में ऑटो चालकों के एक समूह ने सोमवार को पांच घंटे से अधिक समय तक सीआईएसएफ रोड (CISF Road) पर यातायात बाधित किया. वहीं पुलिस आयुक्त अजय मिश्रा ने बताया कि उन्होंने चौकी पर तैनात कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है.


दूसरी ओर गाजियादाबाद की घटना पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी पुलिस पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "निर्दोषों की हत्या कर रही यूपी पुलिस. कानपुर में बलवंत सिंह के बाद अब गाजियाबाद में ऑटो चालक धर्मपाल यादव की पुलिस हिरासत में मौत, बेहद शर्मनाक. दोनों मृतकों की पत्नियों को सरकारी नौकरी और परिजनों को 1-1 करोड़ का मुआवजा दे सरकार." 



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मृतक के भाई का आरोप
वहीं पुलिस आयुक्त अजय मिश्रा ने कहा, "जांच में दोषी पाए जाने पर दोषी पुलिसकर्मियों को दंडित किया जाएगा. मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों की एक समिति बनाई गई है." दूसरी ओर मृतक ऑटो चालक के चचेरे भाई मुरारी ने पत्रकारों को बताया कि उनके भाई धर्मपाल यादव (25) को रविवार रात कनावनी पुलिस चौकी में पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर पीटा था, जिसके कारण उसके सीने में दर्द हुआ और सुबह जब उसे एक निजी अस्पताल ले जाया गया तो चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया.


पीड़ित की मौत की खबर मिलते ही ऑटो चालक पुलिस चौकी पर जमा हो गए और करीब पांच घंटे तक यातायात जाम कर दिया. ऑटो चालक मृतक की पत्नी के लिए मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग कर रहे थे. उन्होंने धर्मपाल से मारपीट करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की.