भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता और उत्तर प्रदेश स्थित सहारनपुर से सांसद इमरान मसूद ने मालेगांव ब्लास्ट मामले में आए फैसले पर प्रतिक्रिया दी है. 31 जुलाई, गुरुवार को आए फैसले में अदालत ने साध्वी प्रज्ञा, कर्नल पुरोहित समेत सभी आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया है. कोर्ट के इस फैसले पर इमरान मसूद ने कहा कि अभी तो मैंने पूरा फैसला पढ़ा नहीं है. मैं कोर्ट के फैसले की समीक्षा नहीं कर सकता लेकिन यह सवाल जरूर है कि आखिर ब्लास्ट किसने किया?
इमरान मसूद ने पूछा कि अगर यह दोषी नहीं थे तो फिर दोषी कौन था लोगों की हत्या किसने की, आतंकवाद का कोई रंग नहीं होता. कांग्रेस सांसद ने कहा कि देखिए कोर्ट ने फैसला दिया. कोर्ट के फैसले की समीक्षा मैं तो नहीं कर पाऊंगा. कोर्ट के इस फैसले पर ऊपरी अदालत का रुख करना चाहिए. इसमें कोई दो राय नहीं कि ब्लास्ट तो हुआ. अब क्या वजह रही... क्यों छोड़ा...
मालेगांव ब्लास्ट फैसले पर अखिलेश यादव की पहली प्रतिक्रिया, कर दिया बड़ा दावा
'ये तो वॉकओवर है...'
मसूद ने कहा कि जांच में यह भी आना चाहिए था कि आखिर ब्लास्ट किसने किया? यह तो एक तरीके से हर चीज के ऊपर वाकओवर है. जो लोग मारे गए उनको तो न्याय नहीं मिला. भगवा और हिंदू आतंकवाद के शब्दों के इस्तेमाल पर इमरान ने कहा कि आतंकवाद, हिंदू या मुसलमान नहीं होता.
इस फैसले पर सपा चीफ अखिलेश यादव ने भी प्रतिक्रिया दी. कन्नौज सांसद ने कहा कि जो बात आप समझ रहे हैं वही मैं समझ रहा हूं. जो आप कहना नहीं चाहते वो मैं नहीं कह रहा. कहीं ऐसा तो नहीं कि खबरें दबाने के लिए खबर आ रही हो?
ओवैसी ने क्या कहा?
AIMIM के नेता और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस फैसले को मजाक बताया है.