UP Assembly Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही सियासी घमासान तेज होता जा रहा है. तमाम राजनीतिक दल मतदाताओं को लुभाने के लिए अपने तरकश के हर तीर आजमा रहे हैं. पहले चरण में पश्चिमी यूपी की 58 सीटों पर मतदान होना है. इनमें सहारनपुर जिला भी शामिल है. सहारनपुर के सियासी समीकरण में M फैक्टर यानी मुस्लिम मतदाता काफी अहमियत रखते हैं. अक्सर मुस्लिम मतदाताओं का रुख ही ये तय करता है कि यहां से किस पार्टी को जीत हासिल होगी. चलिए जानते हैं सहारनपुर का सियासी समीकरण और क्या कहता है यहां का राजनीतिक इतिहास. नकुड़ विधानसभा सीट, सहारनपुर (2017 के नतीजे) - बीजेपी के धर्म सिंह सैनी जीते, 94 हजार वोट- बीजेपी को अकेले करीब 37% वोट मिले थे
-बसपा के नवीन को 65 हजार वोट मिले- निर्दलीय लड़े कमल गर्ग को 944 वोट मिले- रालोद छठे नंबर पर थी, 783 वोट नकुड़ सीट पर 2012 के नतीजे - धर्म सिंह सैनी बसपा के टिकट पर विधायक बने- धर्म सिंह सैनी को 90 हजार के करीब वोट मिले- कांग्रेस के इमरान मसूद को 84 हजार वोट मिले- सपा के फिरोज आफताब को 30 हजार वोट मिले- निर्दलीय लड़े गोविंद चौधरी को 14 हजार वोट नकुड़ सीट का इतिहास -2002 में कांग्रेस के सुशील चौधरी जीते थे-2007 में बसपा से महिपाल सिंह विधायक बने-2012 में बसपा से ही धर्म सिंह सैनी जीते-2017 में धर्म सिंह सैनी ने बीजेपी से जीत दर्ज की- इस सीट पर सपा कभी जीत नहीं पाई है- गुर्जर और मुस्लिम बाहुल्य सीट है- दलित वोटबैंक भी नतीजे प्रभावित करता है- सैनी और मौर्य वोटबैंक भी अहम- ब्राह्मण और कश्यप कम, लेकिन महत्वपूर्ण- तीन लाख के करीब यहां मतदाता हैं गंगोह विधानसभा सीट, सहारनपुर (2017 के नतीजे) - बीजेपी के प्रदीप कुमार को करीब 1 लाख वोट- कांग्रेस के नौमान मसूद को 61 हजार वोट- सपा के इंदर सेन को 47 हजार वोट मिले- बसपा के महिपाल माजरा को 44 हजार वोट- रालोद के रजनीश चौहान को एक हजार वोट गंगोह सीट पर 2019 में उपचुनाव - उपचुनाव में भी बीजेपी ने जीत बरकरार रखी- बीजेपी के कीरत सिंह जीते, 68 हजार वोट- कांग्रेस के नोमान मसूद 5362 वोट से हारे- सपा के चौधरी इंद्रसेन को 57 हजार वोट- बसपा के चौधरी इरशाद को 32 हजार वोट गंगोह सीट पर 2012 के नतीजे
- प्रदीप चौधरी कांग्रेस से जीते, 65 हजार वोट- सपा के रुद्र सेन को 61 हजार वोट मिले- सपा और कांग्रेस को मिलाकर सवा लाख वोट मिले- बसपा से शगुफ्ता खान को 41 हजार वोट- निर्दलीय लड़े नाहिद हसन को 33 हजार वोट- मुस्लिम सबसे ज्यादा, करीब 93 हजार- 47 हजार दलित भी हार-जीत तय करते हैं- मुस्लिम-दलित मिल जाएं, तो जीत आसान- गुर्जर मतदाता 30 हजार के करीब हैं- सैनी-मौर्य मिलकर 20 हजार, कश्यप 14 हजार देवबंद विधानसभा सीट, सहारनपुर (2017 के नतीजे)
- बीजेपी के बृजेश को 1 लाख से ऊपर वोट मिले- बीजेपी प्रत्याशी को 43 फीसदी से ऊपर वोट मिले- बसपा के माजिद अली को करीब 73 हजार वोट- सपा के माविया अली को 55 हजार वोट मिले- रालोद के भूपेश्वर त्यागी को 1,132 वोट मिले देवबंद सीट पर 2012 के नतीजे - सपा के राजेंद्र राणा जीते, 66 हजार वोट मिले- बसपा के मनोज चौधरी को 63 हजार वोट मिले- कांग्रेस के अनिल कुमार तंवर को 45 हजार वोट- बीजेपी के राजपाल सिंह को 10 हजार से कम वोट- बीजेपी का वोट प्रतिशत 5 फीसदी के करीब था देवबंद सीट का सियासी इतिहास
- सपा सिर्फ एक बार 2012 में जीती थी- 2002 और 2007 में बसपा जीती थी- 2016 के उपचुनाव में कांग्रेस जीती थी- 1993, 1996 और 2017 में बीजेपी जीती- 18 बार चुनाव, सिर्फ दो बार मुस्लिम विधायक- देवबंद सीट पर सवा तीन लाख मतदाता हैं- मुस्लिम वोटर्स की संख्या 1 लाख 10 हजार- 70 हजार के करीब दलित वोटर्स की संख्या- ठाकुर वोटर 57 हजार, गुर्जर 30 हजार हैं- करीब 50 हजार वोटर दूसरी जाति के हैं सहारनपुर देहात विधानसभा सीट, सहारनपुर (2017 के नतीजे)
-सपा-कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा, जीत मिली- कांग्रेस के मसूद अख्तर को 87 हजार से ऊपर वोट- सपा-कांग्रेस गठबंधन को 37 फीसदी से ऊपर वोट- बसपा के जगपाल सिंह को 73 हजार वोट मिले- बीजेपी के मनोज चौधरी को करीब 59 हजार वोट सहारनपुर देहात सीट पर 2012 के नतीजे - बसपा के जगपाल सिंह जीते, 80 हजार वोट- कांग्रेस के चौधरी अब्दुल वाहिद को 63 हजार वोट- सपा के सरफराज खान को 43 हजार वोट मिले- बीजेपी के विक्रम सिंह को 10 हजार वोट मिले- बीजेपी को 5 फीसदी के करीब वोट ही मिले थे सहारनपुर देहात सीट का इतिहास - दो बार इसी सीट से मायावती चुनाव जीती थीं- 2012 से पहले हरोड़ा सीट के नाम से पहचान थी- 2012 में ही अनुसूचित जाति के लिए सीट आरक्षित- 2012 के चुनाव में बसपा ने बाजी मारी थी- 2017 में सपा-कांग्रेस का गठबंधन काम आया- तीन लाख वोटर्स में से सवा लाख मुस्लिम- एक लाख 17 हजार के करीब दलित हैं- मुस्लिम और दलित मिलकर जीत तय करते हैं- 14 हजार क्षत्रिय, 14 हजार कश्यप वोटर- 6 हजार यादव और 6 हजार गुर्जर वोटर हैं बेहट विधानसभा सीट, सहारनपुर (2017 के नतीजे) - कांग्रेस के नरेश सैनी को 97 हजार वोट मिले- बीजेपी के महावीर राणा को 71,449 वोट मिले- बसपा के मो. इकबाल को 714,019 वोट मिले- निर्दलीय आदित्य प्रताप सिंह को 4 हजार वोट- रालोद के अरुण को 1200 से ज्यादा वोट मिले थे बेहट सीट पर 2012 के नतीजे - बसपा के महावीर राणा जीते थे, 70 हजार वोट- कांग्रेस के नरेश सैनी को 70 हजार से कम वोट- सपा के उमर अली को 47 हजार वोट मिले थे- 2012 के चुनाव में बीजेपी चौथे नंबर पर थी- बीजेपी के अजय चौहान को 23 हजार वोट मिले थे बेहट सीट का इतिहास - क्रम अनुसार यूपी की एक नंबर की विधानसभा सीट- 2012 में परिसीमन के बाद बेहट नाम से सीट बनी- मुजफ्फराबाद सीट को खत्म कर बेहट सीट बनी थी- 1993 में बीजेपीऔर 2002 में सपा जीती थी- 2007 में इमरान मसूद इसी क्षेत्र से निर्दलीय जीते थे- मुस्लिम वोटर्स की संख्या सबसे ज्यादा है- माना जाता है कि 50% से ऊपर मुस्लिम हैं- दलित और मुस्लिम मिलने पर जीत तय- दलित वोटर 12% और सैनी 8% के करीब- राजपूत वोटर्स की संख्या भी ठीक-ठाक है सहारनपुर नगर विधानसभा सीट (2017 के नतीजे) - सपा के संजय गर्ग को 1 लाख 27 हजार वोट मिले- बीजेपी के राजीव गुम्बर को 1 लाख 22 हजार वोट मिले- बसपा के मुकेश कुमार को 17 हज़ार मिले- रालोद के भूरा मलिक को 934 वोट मिले- AIMIM के तलत खान को 693 वोट मिले सहारनपुर नगर सीट पर 2012 के नतीजे - बीजेपी के राघव लखनपाल जीते, 85 हजार वोट मिले- कांग्रेस के सलीम अहमद को 72 हजार वोट मिले- बसपा के संजय गर्ग को 36 हजार वोट मिले- सपा के मजाहिर हसन को करीब 20 हजार वोट मिले- सपा के मजाहिर हसन को 09.00 फीसदी वोट मिले सहारनपुर नगर सीट का इतिहास
-अब तक सिर्फ तीन बार सीट पर चुनाव हुए- 2 बार भाजपा, 1 बार सपा की जीत- 2014 में ही विधानसभा के उपचुनाव हुए- बीजेपी विधायक के सांसद बनने पर उप-चुनाव- उप-चुनाव में बीजेपी के राजीव गुम्बर की जीत- हार-जीत में मुस्लिम वोटर की अहम भूमिका- 20-25 % मुस्लिम वोटर्स पर सियासी दलों की नजर- अहम भूमिका में करीब 22 % दलित वोटर- करीब 4 लाख वोटर्स में महिला वोटर निर्णायक- 1.50 लाख के करीब महिला वोटर