सपा सांसद अफजाल अंसारी के गांजे वाले बयान पर भड़के साधु-संत, राहुल गांधी को भी दे डाली सलाह
UP News: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में नाच गाने वाले बयान को लेकर भाजपा नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. अब इसको लेकर संत समिति ने भी नाराजगी जाहिर की है.
Afzal Ansari Ganja Statement: गाजीपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी द्वारा गांजा को लेकर दिए गए बयान के बाद संतों में काफा आक्रोश देखा जा रहा है. इसी क्रम में अखिल भारतीय संत समिति की तरफ से अफजाल अंसारी के बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा गया है कि उन्हें ऐसा बयान नहीं देना चाहिए. साधु संतों की थाली में क्या है, इस विषय में बोलने का उन्हें अधिकार नहीं है. महाकुंभ का आयोजन सनातन पर्व है और यह सनातन धर्म के विराट परंपरा से जुड़ा हुआ है जिसके बारे में अमर्यादित टिप्पणी को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बयान जारी करते हुए कहा है कि गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी ने जो कुछ भी कहा है वह अमर्यादित है. उन्हें सबसे पहले अपने बारे में सोचना चाहिए, सनातन परंपरा में सबसे बड़ा आयोजन महाकुंभ माना जाता है और उसके संबंध में गांजा से जुड़ा टिप्पणी करना बिल्कुल अमर्यादित है और इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. साधु संतों की थाली में क्या रहता है, इसके बारे में उन्हें सोचने की जरूरत नहीं है. इसके अलावा राष्ट्रीय महामंत्री ने यह भी कहा कि खूब राजनीति करिए, चमकिए लेकिन साधु संतों के लिए बोलने के समय एक हद और सीमा रहनी चाहिए और अगर उस सीमा का उल्लंघन होता है तो इसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा.
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में नाच गाने वाले बयान को लेकर भाजपा नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. अब इसको लेकर संत समिति ने भी नाराजगी जाहिर की है. स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा है कि राहुल गांधी का बयान गैर जिम्मेदराना, निंदनीय और आपत्तिजनक है. राहुल गांधी को पहले अपने अज्ञानता के परदे को हटाना चाहिए. देश भर से कुल 159 संप्रदाय के लोग अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में पहुंचे थे जिसमें 59 संप्रदाय से तो सिर्फ आदिवासी बनवासी भाई बहन थे.
स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कहा कि उसमें वही कलाकार भगवान राम को अपनी स्तुति सुनाना चाहते थे, जिनकी भगवान राम के प्रति अपार आस्था थी. वहां कोई नाचने गाने नहीं पहुंचा था. इतना ही नहीं भगवान राम के मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में डोम राजा भी पहुंचे थे. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अलावा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण के बाद भी प्रधानमंत्री मोदी मजदूरों से मिले थे. राहुल गांधी के बयान पर सख्त टिप्पणी करते हुए संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि अपने अज्ञानता का परिचय उन धूर्त लोगों के सामने ही दीजिए जिन्हें सनातन धर्म में कोई आस्था नहीं है.
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