Rudraprayag News: मुफ्त उपचार के बजाय जिला अस्पताल में मरीजों से की जा रही अवैध वसूली, अब बैठाई गई जांच
Rudraprayag Hospital: जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ राजीव पाल सिंह का कहना है कि यह मामला विधायक, जिलाधिकारी और सीएमओ के संज्ञान में है और सीएमओ की ओर से पूरे मामले में जांच बैठाकर कार्रवाई की जा रही है.

Rudrayag News: उत्तराखंड (Uttarakhand) के रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) का जिला अस्पताल मरीजों से अवैध वसूली करने को लेकर हमेशा चर्चाओं में रहता है. दरअसल, जिला अस्पताल के हड्डी रोग विभाग के कर्मचारियों ने पट्टी बदलने के एवज में मरीज से अवैध वसूली की है. अस्पताल प्रबंधन ने पूरे मामले में जांच बैठा दी है. खुद जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक भी स्वीकार कर रहे हैं कि इस प्रकार के मामले पहले भी आ चुके हैं और अब इन मामलों में विधायक और जिलाधिकारी की संस्तुति में कार्रवाई की जा रही है.
दरअसल, ग्रामीण क्षेत्र की एक महिला के बच्चे के हाथ में चोट लगी थी और महिला बच्चे के हाथ में पट्टी कराने के लिये कोटेश्वर स्थित स्वामी माधवाश्रम जिला अस्पताल पहुंची. यहां पहुंचने पर डॉक्टर ने एक्स-रे करने के लिये बाहर भेजा और जब पट्टी करने की नौबत आई तो महिला से साढ़े आठ सौ रूपये देने की डिमांड कर दी. इतना ही नहीं अस्पताल में दवाई होने के बाद भी डॉक्टर ने बाहर की दवाईयां लिख दी.
क्या है पूरा मामला?
पीड़ित अंजना देवी ने बताया कि उनके चार साल के बच्चे के हाथ में चोट लगी थी और वह पट्टी कराने के लिए कोटेश्वर स्थित स्वामी माधवाश्रम जिला अस्पताल पहुंची. उन्होंने बताया कि पहले तो किसी तरह मीलों का सफर तय करने के बाद इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंची. यहां पहुंचने पर बच्चे का एक्स-रे भी बाहर करवाया गया और बच्चे के हाथ पर पट्टी लगाने के लिये उनसे साढ़े आठ सौ मांगे गए. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने अंदर की दवाई लिखने के बजाय बाहर से लाने को भी कहा.
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ राजीव पाल सिंह का कहना है कि यह मामला विधायक, जिलाधिकारी और सीएमओ के संज्ञान में है और जिलाधिकारी की संस्तुति के बाद सीएमओ की ओर से पूरे मामले में जांच बैठाकर कार्रवाई की जा रही है.
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Source: IOCL





















