उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जनपद में देर रात से हो रही मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है. ल्वारा-गुप्तकाशी मोटरमार्ग पर ल्वारा में स्थित एक मोटर पुल के बह जाने से हजारों लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं. यह मोटरमार्ग केदारनाथ यात्रा का वैकल्पिक रास्ता है, जिसके क्षतिग्रस्त होने से क्षेत्र की यातायात व्यवस्था ठप हो गई है.

इसके अलावा तालजामन, बडेथ, और छेनागाड़ जैसे क्षेत्रों में भारी नुकसान की सूचना है, जहां 8 लोग लापता हैं और कई मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं. एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, और स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है.

ल्वारा-गुप्तकाशी मोटर पुल बहा

कैदल्वारा में मोटर पुल के बह जाने से केदारनाथ यात्रा का वैकल्पिक मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है. इस मार्ग से जुड़े हजारों ग्रामीण अपने घरों में फंस गए हैं, और यातायात व्यवस्था ठप होने से आपूर्ति सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं. जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, और लोक निर्माण विभाग को सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी और अन्य संसाधनों की तैनाती का आदेश दिया गया है.

तालजामन और छेनागाड़ में राहत कार्य

तालजामन क्षेत्र में भारी बारिश के कारण 4 से 5 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं. गनीमत रही कि इन मकानों में कोई जनहानि नहीं हुई. प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को तुरंत राजकीय प्राथमिक विद्यालय, तालजामन में शिफ्ट किया, जिसे राहत केंद्र बनाया गया है. यहां रहने, खाने, और अन्य बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है. साथ ही पशुओं के लिए चारा और चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है.

8 लोगों के दबे होने की आशंका

छेनागाड़ में 8 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. एसडीआरएफ की टीमें, डीडीआरएफ, और स्थानीय प्रशासन ने तत्काल बचाव अभियान शुरू किया. एसडीआरएफ कमांडेंट अर्पण यदुवंशी के नेतृत्व में टीमें सोनप्रयाग, अगस्त्यमुनि, और रतूड़ा से घटनास्थल पर पहुंचीं और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं. तालजामन में गधेरे के दूसरी ओर फंसे 2-3 परिवारों को निकालने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं.

जखोली में एक महिला की मौत

जखोली क्षेत्र में एक महिला के हताहत होने की सूचना मिली है. प्रशासन ने तत्काल राहत और बचाव दल को मौके पर भेजा, और प्रभावित परिवारों की सहायता शुरू की गई. जिलाधिकारी ने क्षेत्रीय पटवारियों और जिला स्तरीय अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया है ताकि हरसंभव मदद सुनिश्चित हो.

राहत और बचाव कार्य

प्रशासन ने तेजी से कार्रवाई करते हुए कई कदम उठाए हैं:

  • राहत केंद्र: तालजामन के राजकीय प्राथमिक विद्यालय को राहत केंद्र बनाया गया है, और अन्य सुरक्षित स्थानों की तलाश जारी है.
  • मेडिकल सुविधाएं: मुख्य चिकित्सा अधिकारी को चार डॉक्टरों की मेडिकल टीम तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं, जो तीन दिन तक घटनास्थल पर रहेगी.
  • पशु चिकित्सा और चारा: मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं के लिए चारा और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के आदेश दिए गए हैं.
  • जेसीबी तैनाती: मलबे में फंसे पशुओं को निकालने और सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी मशीनें तैनात की जा रही हैं.