उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है. केदारनाथ हाईवे भूस्खलन के कारण कई स्थानों पर बंद हो गया, जिससे तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी हो रही है.
शनिवार-रविवार की रात भारी मलबा गिरने और गौशाला के मलबे में तब्दील होने की घटनाएं सामने आईं, वहीं ऋषिकेश में SDRF ने एक 12 वर्षीय किशोर को सॉन्ग नदी से बचाया. जिला प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा है.
केदारनाथ हाईवे पर भूस्खलन
रविवार सुबह केदारनाथ हाईवे पर बांसबाड़ा और काकड़ागाड़ के पास भारी मलबा गिरने से मार्ग बंद हो गया. एनएच विभाग की मशीनें मार्ग को खोलने के लिए तैनात की गई हैं. इसके अलावा, फाटा-डोलिया देवी के पास राजमार्ग खतरनाक स्थिति में है, जहां नीचे मंदाकिनी नदी का कटाव और ऊपर से पहाड़ी से लगातार भूस्खलन जारी है. तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को वैकल्पिक मार्गों पर निर्भर रहना पड़ रहा है, जिससे आवाजाही प्रभावित हुई है.
गौशाला मलबे में तब्दील, मवेशियों की मौत
शनिवार रात कालीमठ घाटी के सीमांत गांव चिलोंड में भारी बारिश के कारण एक गौशाला मलबे में दब गई. इस हादसे में 6 से 7 मवेशियों के मलबे में दबने और उनकी मौत होने की आशंका जताई जा रही है. पूर्व जिला पंचायत सदस्य विनोद राणा ने बताया कि लगातार बारिश से ग्रामीण दहशत में हैं. जनहानि का खतरा बना हुआ है. प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को सहायता का आश्वासन दिया है.
लिंक मार्ग बंद, राहत कार्य जारी
रुद्रप्रयाग जिले में करीब एक दर्जन ग्रामीण लिंक मार्ग भी बारिश के कारण बंद हो गए हैं. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि लैंडस्लाइड प्रभावित क्षेत्रों में एनएच विभाग की मशीनें तैनात की गई हैं, और मार्ग को शीघ्र खोलने का प्रयास जारी है. प्राथमिक विद्यालय तालजामण में राहत शिविर बनाया गया, जहां भोजन, पानी और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. कुछ क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित है, जिसकी मरम्मत का काम चल रहा है.
SDRF का किशोर बचाव अभियान
इसी बीच ऋषिकेश के रायवाला क्षेत्र में सॉन्ग नदी में एक 12 वर्षीय किशोर बह गया. सूचना मिलते ही SDRF टीम इंस्पेक्टर कविंद्र सजवाण के नेतृत्व में मौके पर पहुंची और किशोर को बेहोशी की हालत में रेस्क्यू किया. उसे तुरंत 108 एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा गया, जहां उसका इलाज जारी है. यह घटना राहत कार्यों में SDRF की सक्रियता को दर्शाती है.