रत्न रहस्य : जानिए, पन्ना का परिवार के किस सदस्य से होता है संबंध
ABP Ganga | 26 Apr 2019 04:24 PM (IST)
पंडित शशिशेखर त्रिपाठी ने बताया कि पन्ना रत्न का संबंध किस रिश्ते से हैं। बुध का पूर्ण फल लेने के लिए पन्ना रत्न लोग धारण करते हैं। पन्ना का पूर्ण फल प्राप्त हो इसके लिए परिवार के किस सदस्य को प्रसन्न रखना है।
नई दिल्ली, एबीपी गंगा। अगर आपने रत्नों को रिश्तों के साथ जोड़ लिया तो सच मानिए आपकी राह की आधी मुश्किलें दूर हो जाएंगी। एबीपी गंगा की खास सीरिज रत्न रहस्य में आज बात करेंगे पन्ना रत्न की। पंडित शशिशेखर त्रिपाठी ने बताया कि पन्ना रत्न का संबंध किस रिश्ते से हैं। बुध का पूर्ण फल लेने के लिए पन्ना रत्न लोग धारण करते हैं। पन्ना का पूर्ण फल प्राप्त हो इसके लिए परिवार के किस सदस्य को प्रसन्न रखना है। ये बताया है पंडित शशिशेखर त्रिपाठी ने पन्ना धारण करने वाले के लिए ये अनमोल रिश्ता कौन सा है ? पन्ने का संबंध घर में बहन से होता है। पन्ना का पूर्ण फल प्राप्त नहीं प्राप्त होगा यदि बहन दुखी और कष्ट में होगी। इसके लिए परिवार में हम अपनी बहन को प्रसन्न रखें। पन्ना का पूर्ण फल लेना है, तो बहन का आशीर्वाद तथा बहन का सम्मान करना चाहिए। परंपरागत बहनों में एक विशेष बात और है कि बहन छोटी हो या बड़ी उसके चरणवंदन किए जाते है। पैर छुए जाते है। बुध पन्ना को रिप्रेजन्ट करता है। बुध ग्रह का प्रतिनिधित्व हमारे परिवार में बहन करती है। बहन को उपहार देने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। एक विशेष बात और है। जैसे - भाईदूज एवं रक्षा बंधन की तिथि आती है तो इसमें बहन को बुलाने के बजाय स्वयं जाना चाहिए उनको उपहार देना चाहिए। बहन ही पन्ना को पूरी तरह एक्टिवेट करती है। यदि बहन नहीं है तो पारिवारिक बहनों का सम्मान करें। संबंध में ऊर्जा रहनी चाहिए। प्रायः हंसी मजाक भाई बहनों में रहता है। बहनों के साथ खेल भी खेलने से भी पन्ना अपना पूर्ण फल प्रदान करता है।आज की व्यस्त जिंदगी में जो परंपरागत संबंध थे उनमें कुछ कमी आयी है। अतः विवाहित बहनों को अपने घर सम्मान पूर्ण तरीके से बुलाते रहना चाहिए। बुध आपकी बुद्धि का भी प्रतिनिधित्व करता है, सद्बुद्धि बनी रहे इसलिए भी बुध का प्रसन्न होना जरूरी है और बुध की प्रसन्नता बहन यानी उसके प्रतिनिधि की प्रसन्नता से जुड़ी है। जिन लोगों की बहन नहीं है वह लोग मुंह बोली बहन बनाएं और उस रिश्ते का जिम्मेदारी के साथ निर्वाह करें। यदि यह भी संभव न हो तो वृक्षारोपण में रुचि लें। और अपने घर में ग्रीनरी बनाएं रखें, क्योंकि बुध ही प्रकृति है।