Nainital News: नैनीताल जिले के रामनगर वन प्रभाग तराई पश्चिमी के काशीपुर गौशाला क्षेत्र से अब तक का सबसे लंबा और वजनदार पायथन (अजगर) पकड़ा गया है. इस विशालकाय अजगर का वजन 1 क्विंटल 75 किलो से अधिक और लंबाई 20 फीट से ज्यादा बताई जा रही है. वन विभाग की 'सेव द स्नेक' टीम ने इस अजगर को सुरक्षित रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

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तराई पश्चिमी वन विभाग के सांप पकड़ने में विशेषज्ञ तालिब हुसैन ने बताया कि उन्हें काशीपुर की गौशाला सैनिक कॉलोनी से एक विशाल अजगर के खेत में घुसने की सूचना मिली थी. रेंज अधिकारी पूरन सिंह खनायत के निर्देश पर तुरंत उनकी टीम मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद इस भारी-भरकम अजगर को रेस्क्यू किया. तालिब हुसैन ने कहा, "मैंने अब तक सैकड़ों पाइथन रेस्क्यू किए हैं, लेकिन यह अब तक का सबसे भारी और लंबा अजगर है. इसे काबू में करने में काफी मुश्किल हुई."

क्या बोला विभागवन विभाग के अनुसार, तराई पश्चिमी के मैदानी इलाकों में अजगरों और अन्य सांपों के आबादी वाले क्षेत्रों में आने की घटनाएं बढ़ रही हैं. मानसून के बाद अक्सर सांप अपने प्राकृतिक आवासों से निकलकर रिहायशी इलाकों में आ जाते हैं. विभाग की 'सेव द स्नेक' टीम लगातार ऐसे सांपों को सुरक्षित पकड़कर जंगल में छोड़ने का काम कर रही है.

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तराई पश्चिमी के रेंज अधिकारी पूरन सिंह खनायत ने बताया कि इससे पहले इतने बड़े अजगर को इस क्षेत्र में नहीं पकड़ा गया था. उन्होंने कहा, "इस अजगर का वजन 1 क्विंटल 75 किलो से ज्यादा और लंबाई 20 फीट से अधिक है. यह इस क्षेत्र में अब तक पकड़ा गया सबसे भारी और लंबा अजगर है. इसे सुरक्षित जंगल में छोड़ने की कार्रवाई की जा रही है.

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पूरे इलाके में चर्चा का विषयवन विभाग ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि यदि उन्हें किसी भी क्षेत्र में अजगर या अन्य सांप दिखाई दें, तो वे स्वयं कोई कार्रवाई न करें और तुरंत वन विभाग या 'सेव द स्नेक' टीम को सूचित करें. अजगर जहरीले नहीं होते, लेकिन इनका आकार और ताकत किसी भी इंसान या पालतू जानवर के लिए खतरनाक हो सकती है.

इस घटना ने पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना दिया है. स्थानीय लोगों के लिए यह अजगर देखना किसी आश्चर्य से कम नहीं था, लेकिन वन विभाग की तत्परता और कुशल रेस्क्यू ऑपरेशन की वजह से इसे बिना किसी नुकसान के जंगल में छोड़ा जा रहा है.