Rakesh Tikait News: कानपुर देहात में मां बेटी की जलकर मौत मामले में किसान नेता राकेश टिकैत आज पीड़ित परिवार से मिलने मड़ौली गांव पहुंचे. राकेश टिकेत कानपुर दिल्ली हाईवे से वाया कार पहुंचे. इसके बाद बारा जोड़ टोल प्लाजा पर हजारों किसानों ने उनका स्वागत किया. यहां से टिकैत हजारों किसानों के साथ मड़ौली गांव पहुंचे और पीड़ित परिवार से बात की. उन्होंने कहा कि वो इस परिवार की लड़ाई में शामिल होंगे. इस दौरान नेशनल हाईवे पर भारी-भरकम पुलिस बल तैनात रहा. 

पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद राकेश टिकैत ने सरकार पर निशान साधा और कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा. टिकैत ने कहा कि देश बुलडोजर से नही सविधान से चलता है. सबको जीने और रहने का अधिकार है. पूरे देश में सरकार डराने धमकाने का काम कर रही है, जो सरकार के नुमाइंदे हैं उनके मकान सील होंगे और जो सरकार के विरोधी हैं उनके मकानों पर बुलडोजर चलेगा यह सरकार की नीति है. ये सरकार कानून को न मानने वालों की है. राकेश टिकैत ने कहा कि अफसर यहां मनमानी कर रहे हैं और सरकार आंखे बंद करके बैठी है. 

नेहा सिंह राठौर को नोटिस पर उठाए सवाल

राकेश टिकैत ने लोक गायिका नेहा सिंह राठौर को नोटिस दिए जाने पर भी सवाल उठाया और कहा कि, जो भी सरकार के विरोध में बोलेगा उसको सरकार नोटिस पकड़ाती है. ये कानून का उल्लंघन और न मानने वाली सरकार है, सरकार सच्चे को नोटिस देती है. लोगों के मकान तोड़े जा रहे है, हालात ठीक नहीं है. जाति और धर्म के मुद्दे पर राकेश टिकैत ने कहा कि अभी तो कुछ नहीं बल्कि आगे देखिएगा आगे इसी से वोट मिलते हैं. 

बजट पर राकेश टिकैत ने कही ये बात

राकेश टिकैत से जब स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मौर्य को धार्मिक बयानबाजी नहीं करनी चाहिए, वहीं बजट को लेकर उन्होंने योगी सरकार को आड़े  हाथों लिया और कहा कि गन्ना का भुगतान सरकार ने किया लेकिन लेट किया. उसका ब्याज भी नहीं दिया. अगर सरकार किसान के हित में है तो एमएसपी कानून लागू करे, इसलिए भुगतान को बजट में न जोड़े, घोषणा पत्र के आधार पर काम करें सरकार, किसान की जमीन नीलाम हो रही है. उन्होंने एक बार फिर किसानों के हित में आंदोलन की बात की.