अलीगढ़: भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच पर असंतोष जताते हुए कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई न होने तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिल सकता. टिकैत ने गुरुवार को टप्पल में एक निजी समारोह से इतर संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा लखीमपुर खीरी मामले की जांच को प्रभावित कर रहे हैं. जिस तरह से इस मामले की जांच हो रही है उससे हम पूरी तरह असंतुष्ट हैं. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया यह समझती है कि जब तक गृह राज्य मंत्री को नहीं हटाया जाएगा तब तक न्याय नहीं हो सकता.


राकेश टिकैत ने कहा कि लखीमपुर खीरी कांड में गिरफ्तार किए गए मामले के मुख्य आरोपी और केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा की 'रेड कारपेट गिरफ्तारी' की गई है और उसके साथ वीआईपी जैसा व्यवहार किया जा रहा है. इससे किसानों की नाराजगी और बढ़ गई है. उन्होंने दोहराया कि केंद्रीय मंत्री की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी होने तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा.


लखनऊ में विशाल किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा- टिकैत


टिकैत ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) अपनी मांगों के समर्थन में 18 अक्टूबर को छह घंटे का रेल रोको प्रदर्शन करेगी. इसके अलावा 26 अक्टूबर को लखनऊ में विशाल किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा.


गौरतलब है कि तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष और उसके कुछ अन्य साथियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था. आशीष को पिछले शनिवार को गिरफ्तार किया गया.


यह भी पढ़ें-


Vindhya Corridor Project: विंध्य कॉरिडोर का काम फिर होगा शुरू, 2022 तक अपने नये रूप में दिखेगा


Uttarakhand Elections: यशपाल आर्य के कांग्रेस में जाने के बाद दलित वोट बैंक को लेकर सियासत तेज, जानें- समीकरण