Rahul Gandhi News: कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में भर्ती प्रक्रिया में कथित अनियमितता से जुड़े विषय को लेकर बुधवार को राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार पर तीखा प्रहार किया और आरोप लगाया कि राज्य में आरक्षण की प्रक्रिया के साथ खिलवाड़ हो रहा है. पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि ‘‘शिक्षक भर्ती घोटाला’’ भाजपा की आरक्षण विरोधी मानसिकता का सबूत है.
राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश का 69,000 शिक्षकों की भर्ती से जुड़ा घोटाला भाजपा की आरक्षण विरोधी मानसिकता का सबूत है. बेसिक शिक्षा नियमावली, 1981 और आरक्षण नियमावली, 1994 को ताक पर रख कर भाजपा सरकार ने दलितों और पिछड़ों का हक़ उनसे छीन लिया.’’
राहुल गांधी ने उठाया आरक्षण का मुद्दा
राहुल गांधी ने अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान युवाओं से मुलाकात का उल्लेख करते हुए कहा कि उनसे मिले पीड़ित अभ्यर्थियों ने इस मामले की जानकारी दी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘यह अनियमितता लगभग 19 हज़ार पदों से जुड़ी है और मूल सूची न बनाना इस पूरी भर्ती प्रक्रिया को संदेह के घेरे में लाता है. राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट के बाद जिन 6,800 अभ्यर्थियों की सूची निकाली गई, वह भी दो वर्षों से नियुक्ति के लिए संघर्ष कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि आरक्षण प्रक्रिया के साथ खिलवाड़ एक गंभीर विषय है.
पेपर लीक मामले को लेकर साधा निशाना
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहे इन युवाओं को मेरा समर्थन है, इस पूरे मामले की जांच हो और इन्हें न्याय मिले.’’ इस बीच, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पेपर लीक के विषय को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘उत्तरप्रदेश में लगातार पेपर लीक होना एक ख़तरनाक चलन है. यह वसूली का नया तरीक़ा है. सरकारी नौकरी के नाम पर लाखों युवाओं से फ़ार्म भरवाए जाते हैं उसके बाद पेपर लीक करवा दिया जाता है.’’
जयराम रमेश ने कहा, पेपर लीक होने से न सिर्फ़ युवाओं का पैसा बर्बाद होता है बल्कि उनका मनोबल भी टूटता है तथा कई युवाओं की परीक्षा में शामिल होने की उम्र निकल जाती है. रमेश ने कहा, ‘‘राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान पेपर लीक का मुद्दा लगातार उठा रहे हैं. यह लूट बंद होनी चाहिए. सभी परीक्षाएं फिर से आयोजित होनी चाहिए और उनमें शामिल होने वालों की उम्र सीमा भी बढ़ाई जानी चाहिए.’’