रायबरेली: कोरोना महामारी शहरी क्षेत्रों से ग्रामीण क्षेत्रों में अपने पांव पसार रही है. लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं. इसी बीच कवियों के एक समूह ने 'आओ गांव बचाएं' अभियान चलाकर गांव-गांव क्लीनिक खोलने का बीड़ा उठा लिया है. जिसके क्रम में अब तक चार ब्लॉकों में 9 सेंटर खोले जा चुके हैं जहां पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर से लेकर अन्य सारी सुविधाएं मुहैया हैं.
शुरू हुआ 'आओ गांव बचाएं' अभियानगांव में बढ़ती महामारी को देखते हुए कवि साहित्यकार पंकज प्रसून ने 'आओ गांव बचाएं' अभियान चलाकर गांव-गांव कोरोना हॉस्पिटल खोलने का संकल्प लिया है. जिसमें सोनू सूद ने ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मुहैया कराया तो कुमार विश्वास ने दवाओं का पैकेज. इस तरह जैसे ही इसकी खबर लोक गायिका मालिनी अवस्थी को हुई तो उन्होंने गरीब जनता को राशन किट मुहैया कराने का संकल्प लिया. इस तरह 4 ब्लॉकों में अभी तक 9 सेंटर खोले जा चुके हैं जहां पर ऑक्सीजन की सुविधा, दवाओं की सुविधा, प्राथमिक टेस्टिंग की उपलब्ध है. पंकज प्रसून की टीम ने जिले के 18 विकास खंडों में कोरोना अस्पताल खोलने का बीड़ा उठाया है.
प्रशासन से मिली मददकवि पंकज प्रसून के अनुसार गांव की स्थितियां देखकर मन द्रवित हुआ और गांव में मर रहे लोगों को बचाने का संकल्प लिया. जिसके बाद हमारे इस अभियान में सोनू सूद, कुमार विश्वास, मालिनी अवस्थी जैसे साहित्यकार और समाजसेवी भी शामिल हो गए. अब पूरी तरह से गांव-गांव में इस अभियान को चलाने का संकल्प लिया गया है. इसमें जिला प्रशासन का भी काफी सहयोग रहा है. जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव के निर्देश पर एसडीएम सदर अंशिका दीक्षित और अपर जिलाधिकारी प्रशासन ने भी सेंटर पर आकर निरीक्षण किया जिसको देखकर उन लोगों ने प्रशासनिक मदद का आश्वासन भी दिया है.
डिप्टी सीएम ने की तारीफ पंकज प्रसून के इस अभियान को देखते हुए उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने भी सहयोग का आश्वासन देते हुए सोमवार को बचत भवन में लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाओं की किट वितरित की. इस अभियान की सराहना करते हुए डॉ शर्मा ने कहा कि ये कार्य सराहनीय है, इसमें शासन प्रशासन स्तर से भी हर संभव मदद की जाएगी.
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