उत्तर प्रदेश के रायबरेली जनपद में 1 अक्टूबर की रात को ऊंचाहार थाना क्षेत्र में दलित युवक हरिओम वाल्मीकि हत्याकांड मामले में पुलिस ने 12वें आरोपी दीपक अग्रहरी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस फायरिंग में उसके पैर में गोली लगी है, जबकि उसका पुराना कोई अपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. आरोपी के पास से देश तमंचा भी बरामद हुआ है. इस मामले में पुलिस पहले ही 11 नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है. इस मामले में पुलिस पर भी शुर में सवाल उठे थे.
एडिशनल एसपी संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि डलमऊ थाना क्षेत्र में एक मुठभेड़ की सूचना प्राप्त हुई. जिसमें ऊंचाहार हत्याकांड में शामिल दीपक अग्रहरि फरार हो रहा था. पुलिस को देखकर उसने फायरिंग की. जवाबी फायरिंग में दीपक के पैर में गोली लगी. जिसे पहले अस्पताल ले जाया गया. उपचार के बाद उसे जेल भेज दिया गया. ऊंचाहार कांड में यह 12वीं गिरफ्तारी है. दीपक के बारे में अभी तक कोई पुराना आपराधिक इतिहास नहीं मिला है.
क्या था पूरा मामला ?
बता दें कि एक अक्टूबर को मानसिक रूप से अस्वस्थ फतेहपुर निवासी हरिओम को ऊंचाहार थाना इलाके के ईश्वरदासपुर में भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला था. जिसका खुलासा 2 अक्टूबर को वीडियो वायरल होने के बाद हुआ था. भीड़ ने हरिओम को बेरहमी से तब तक पीटा जब तक उसकी मौत नहीं हो गयी थी. परिजनों के मुताबिक हरिओम बैंक में तैनात अपनी पत्नी से मिलने जा रहा था, लेकिन ग्रामीणों ने उसे चोर समझ लिया.
इस हत्याकांड पर रायबरेली सांसद राहुल गांधी समेत विपक्षी नेताओं ने प्रदेश सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए थे. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिवार से मुलाक़ात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. अब जल्द ही पीड़ित परिवार से सांसद राहुल गांधी मिलने पहुंच सकते हैं.