UP Politics: यूपी की योगी सरकार का नजूल लैंड एक्ट अभी भले ही कुछ दिनों के लिए रुक गया हो, लेकिन इसे लेकर लोगों की नाराजगी कम होने का नाम नहीं ले रही है. संगम नगरी प्रयागराज के लोगों का कहना है कि समिति में भेजने के बजाय इस बिल को पूरी तरह रद्द कर देना चाहिए. यह कानून गरीबों और मध्यम वर्गीय लोगों के सिर से छत छीनने वाला है. सरकार का यह फैसला पूरी तरह से गलत है.
प्रयागराज में नजूल की जमीनों पर मकान बनाकर रह रहे लोगों का कहना है कि उन लोगों ने बड़ी उम्मीद के साथ बीजेपी को वोट दिया था, लेकिन बीजेपी की सरकार अब उनके ही आशियाने को खतरे में डालने का काम कर रही है. लोगों का कहना है कि नजूल बिल को तुरंत रद्द कर देना चाहिए और सरकार को इस तरह का ऐलान करना चाहिए कि वह भविष्य में इस तरह का कोई भी कानून नहीं लेगी क्योंकि यह लाखों लोगों को सड़क पर लाने वाला कानून है.
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बीजेपी से नाता तोड़ लेगा परिवार- रोचकप्रयागराज के लूकरगंज इलाके के बीजेपी पार्षद रोचक दरबारी का कहना है कि उनके पूरे इलाके में लोग नजूल की जमीनों पर ही बसे हुए हैं. पार्षद रोचक दरबारी को कहना है कि अगर सरकार ने नजूल कानून को वापस नहीं लिया तो वह और उनका परिवार बीजेपी से नाता तोड़ लेगा. उनके मुताबिक इस मामले को लेकर लोगों में बीजेपी के खिलाफ काफी नाराजगी है.
रोचक दरबारी के मुताबिक उनकी पहली प्राथमिकता उनके क्षेत्र की जनता है, क्योंकि यही जनता उन्हें जनप्रतिनिधि चुनती है. अगर जनता ही खिलाफ हो जाएगी तो वह पार्टी में रहकर क्या करेंगे. हालांकि रोचक दरबारी व अन्य लोगों को उम्मीद है कि सीएम योगी आदित्यनाथ नजूल जमीन विवाद में जरूर दखल देंगे और इस विवादित बिल को वापस लेने का काम करेंगे. कहा जा सकता है कि नजूल जमीन विवाद पर मचा कोहराम अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है.