नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह किया कि वो कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के लिए गिरफ्तार डॉक्टर कफील खान को न्याय दिलवाने का प्रयास करें. उन्होंने सीएम योगी को लिखे पत्र में कहा कि, ''मैं डॉक्टर कफील खान का मामला आपके संज्ञान में लाना चाहती हूं. वह अब तक लगभग 450 दिन से ज्यादा जेल में गुजार चुके हैं. कफील ने कठिन परिस्थितियों में निस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा की है.''


कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने कहा कि, ''मुझे उम्मीद है कि आप अपनी संवेदनशीलता का परिचय देते हुए डॉ कफील को न्याय दिलवाने का पूरा प्रयास करेंगे'' इसके साथ ही उन्होंने गुरु गोरखनाथ के एक कथन का हवाला देते हुए लिखा ''मन में रहिणां, भेद न कहिणां, बोलिबा अमृत वाणी, अगिला अगनी होईबा, हे अवधू तौ आपण होईबा पाणीं. इन पंक्तियों का भावार्थ है कि किसी से भेद न करो, मीठी वाणी बोलो, यदि सामने वाला आग बनकर जला रहा है तो हे योगी तुम पानी बनकर उसे शांत करो.''



गौरतलब है कि कुछ महीने पहले संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के सिलसिले में कफील खान को गिरफ्तार किया गया था. फिलहाल कफील खान मथुरा जिला कारागार में बंद हैं. हाल ही में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए कई कदम सुझाए थे और ये भी कहा कि राज्य में कोरोना की स्थिति गंभीर है, ऐसे में प्रचार से लड़ाई नहीं लड़ी जा सकेगी, बल्कि प्रभावी कदम उठाने होंगे. उन्होंने कहा था कि यूपी की जनता को यह भरोसा हो सके कि सरकार उनके जीवन की रक्षा के लिए तत्पर है और उन्हें भगवान भरोसे नहीं छोड़ दिया जाएगा.


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